मध्यप्रदेश के भोपाल में रेडक्लिफ स्कूल के कम्प्यूटर टीचर कासीम रिहान ने 3 वर्षीय बच्ची के साथ दरिंदगी करने की हैरानकून घटना सामने आयी, जिसके बाद अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) ने रेडक्लिक स्कूल के बाहर तीव्र विरोध प्रदर्शन किया। दरम्यान स्कूल पर मामले को दबाने की कोशिश करने का आरोप लगाया गया है, जिसके चलते प्रशासन ने स्कूल को सील किया है।
दरसल भोपाल के कमलानगर थाना क्षेत्र के रेडक्लिफ स्कूल की घटना है। जहां कंप्यूटर टीचर ने 3.5 साल की बच्ची का यौन शोषण करने की बात सामने आयी है। पीडिता के माता-पिता ने पुलिस में शिकायत दर्ज की जिसके बाद टीचर को गिरफ्तार कर लिया गया है। घटना के बाद स्कूल में पढ़ रहे कुल 150 विद्यार्थियों के परिजनों और ABVP ने स्कूल के बाहर प्रदर्शन किए है।
दुष्कर्म के बाद जब लड़की घर पहुंची, तब उसकी कांस्टेबल मां को उसका बर्ताव अजीब लगा। लड़की की छानबीन करने पर उसे लड़की के गुप्तांगो पर खरोंचे नजर आयी। थोड़ा जोर देकर पूछने पर पीडिता ने उसे आपबीती के बारे में बताया और कासिम द्वारा “बुरे स्पर्श” के बारे में बताया। पुलिस ने गिरफ्तार करने के बाद रिपोर्ट सामने आयी है की कासिम ने लड़की पर 4-5 दिन से नजर रखे हुए था। लड़की अकेले वाशरूम की और बढ़ते ही उसने मौके का फायदा उठाया। आरोपी कासिम के फोन की जांच के दौरान पुलिस को उसके द्वारा चाइल्ड पोर्नोग्राफी की 100 से ज्यादा पॉर्न फिल्म क्लिप डाउनलोड करने के सबूत मिले। फोन को फॉरेंसिक जांच के लिए भेज दिया गया है।
#WATCH | Bhopal, Madhya Pradesh: Bhopal Police Commissioner, Harinarayan Chari Mishra says, "A complaint was filed in the Kamlanagar police station regarding molestation with a 3.5-year-old girl…The accused in this incident is the teacher of the school who has been arrested by… pic.twitter.com/B1EfgqLNYK
— ANI MP/CG/Rajasthan (@ANI_MP_CG_RJ) September 18, 2024
लड़की के परिवार ने आरोप लगाया कि स्कूल में उनकी शिकायत पर किसी ने ध्यान नहीं दिया और कासिम के खिलाफ कोई कारवाई नहीं की। उनके व्यवहार को देखते हुए परिवार ने थाने जाकर शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने शिकायत पर संज्ञान लिया और भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) और POCSO अधिनियम की विभिन्न धाराओं के तहत एफआईआर दर्ज की। पुलिस ने कासिम को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। मामले अब भी जांच चल रही है।
वहीं स्कूल प्रशासन और प्रिंसिपल स्वाति ने मामले को दबाने या नजरअंदाज करने के आरोपों से इनकार किया है। उनका दावा है कि घटना की जानकारी उसे माता-पिता से नहीं बल्कि पुलिस से मिली। साथ ही आरोपियों के खिलाफ सख्त कारवाई का आश्वासन दिया है। मध्य प्रदेश के स्कूल शिक्षा मंत्री उदय प्रताप सिंह ने घटना पर प्रतिक्रिया व्यक्त की और आश्वासन दिया कि मामले को दबाने की कोशिशों की शिकायतों की भी जांच की जाएगी और आरोप सही निकले तो सरकार स्कूल प्रबंधन के खिलाफ सख्त कारवाई होगी।
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रिपोर्ट के अनुसार कासिम ने बताया बच्ची उसके लिए आसान लक्ष्य थी। उसने सोचा था बच्ची घटना का जिक्र किसी के पास नहीं करेगी, लेकीन मां को उसने सच्चाई बता दी। गौरतलब है कि घटना के बाद कासिम ने स्कूल जाना बंद नहीं किया। जब उसने स्कूल की ओर से कोई हरकत नहीं देखी तो उसने सोचा कि उसे कुछ नहीं होगा। अगले दिन पीड़िता के माता-पिता ने शिकायत दर्ज करते ही उसकी गिरफ्तारी हुई।