बसपा सुप्रीमो मायावती ने दलितों को लेकर कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा है| उत्तर प्रदेश की पूर्व सीएम का कहना है कि कांग्रेस बुरे दिन में दलितों को प्रमुख स्थान देती है और अच्छे दिन आने पर उन्हें दरकिनार कर देती है|मायावती ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में लिखा कि देश में अभी तक के हुए राजनीतिक घटनाक्रमों से यह साबित होता है कि कांग्रेस व अन्य जातिवादी पार्टियों को अपने बुरे दिनों में तो कुछ समय के लिए दलितों को संगठन और पार्टी आदि के प्रमुख स्थानों पर रखने की जरूर याद आती है|
बसपा सुप्रीमों मायावती ने कहा दलित नेताओं को अपने मसीहा बाबा साहेब डॉ. भीमराव अम्बेडकर से प्रेरणा लेकर इन्हें खुद ही ऐसी पार्टियों से अलग हो जाना चाहिए और समाज को फिर ऐसी पार्टियों से दूर रखने के लिए उन्हें आगे भी आना चाहिए| क्योंकि परम पूज्य बाबा साहेब डॉ.भीमराव अम्बेडकर ने देश के कमजोर वर्गों के आत्मसम्मान व स्वाभिमान की वजह से अपने केंद्रीय कानून मंत्री पद से इस्तीफा भी दे दिया था|
मायावती दलित उत्पीड़न को लेकर कहा कि जिला सहारनपुर के दलित उत्पीड़न के मामले में हुई उपेक्षा तथा ना बोलने देने की स्थिति में, फिर मैंने इनके सम्मान व स्वाभिमान में अपने राज्यसभा सांसद से इस्तीफा भी दे दिया था| ऐसे में दलितों को बाबा साहेब के पदचिन्हों पर चलने की ही सलाह है|
उन्होंने कहा कि इसके अलावा, कांग्रेस व अन्य जातिवादी पार्टियां शुरू से ही इनके आरक्षण के भी विरूद्ध रही हैं| राहुल गांधी ने तो विदेश में जाकर इसको खत्म करने का ही ऐलान कर दिया है| ऐसी संविधान,आरक्षण व एससी, एसटी, ओबीसी विरोधी पार्टियों से ये लोग जरूर सचेत रहें|
इसी के साथ बहन मायावती ने यह भी कहा कि ये पार्टियां, अपने अच्छे दिनों में दरकिनार कर देती हैं| इनके स्थान पर, फिर उन पदों पर जातिवादी लोगों को ही रखा जाता है, जैसा कि अभी हरियाणा प्रदेश में भी देखने के लिए मिल रहा है| ऐसे दलित अपमानित हो रहे है|
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