जम्मू कश्मीर में 3 चरणों में विधानसभा के चुनाव चल रहें है, जिसमें एक चरण पूरा हो चूका है। दरम्यान सभी छोटे बड़े न्यूज चैनल्स ने जम्मू-कश्मीर की और रुख किया है। दरम्यान ‘द राजधर्म’ के वृत्त प्रवाह ने लोगों से मिलकर बात करने की कोशिश की जिसमें कश्मीर के मुसलमान को हिंदूओं और उनके प्रार्थस्थलों के लिए नफरत जताते हुए देखा जा सकता है। महिला पत्रकार अर्चना तिवारी द्वारा “द राजधर्म” के आधिकारिक चैनल पर अपलोड किए गए वीडियो में दर्दपोरा के मुश्ताक लोन का दावा है कि वह शेख अब्दुल रशीद का समर्थक है। बाता दें की, शेख रशीद को इंजीनियर रशीद के नाम से जाना जाता है। राशिद को आतंकी फंडिंग के आरोप में गिरफ्तार किया गया था और बाद में अंतरिम जमानत दे दी गई थी।
पत्रकार अर्चना तिवारी को दिए इस वक्तव्य में मुश्ताक ने कहा है कि, हम मुसलमान हैं, नमाज़ पढ़ते है, हमारे लिए यहां मंदिर खोलना ठीक नहीं है। पूजा-पाठ हमारे लिए परेशानियां खड़ी करता है। साक्षात्कार लेने वाली पत्रकार ने पूछा कि उसे मस्जिद में लाउडस्पीकर से कोई समस्या नहीं है। इस पर मुश्ताक ने दोहराया कि उन्हें मंदिरों से दिक्कत है क्योंकि वह मुस्लिम हैं। उन्होंने यह भी कहा कि जो भी हिंदू यहां काम के लिए आएगा और फिर शराब पीएगा, हम उसे पीटेंगे। शराब हमारे धर्म के खिलाफ है।
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उसने आगे धमकी देते हुए कहा कि हम अपनी जमीन पर मंदिर नहीं बनने देंगे. चूँकि जगह उपयुक्त नहीं है इसलिए हमारे पास इसे जलाने के अलावा कोई विकल्प नहीं है। हम मुसलमान है, क्या हमारे पड़ोस में मंदिर होना उचित है? उसने यह विचार उसकी निजी राय होने की बात की। आगे दावा किया की, हिंदू क्षेत्र में जमीन खरीद सकते हैं और मंदिर बना सकते हैं, लेकिन वे हिंदू समुदाय को जमीन नहीं बेचेंगे।
साथ ही मुश्ताक ने भारतीय जनता पार्टी को वोट करने से मना कर दिया है क्योंकि उन्होंने परिसर में वाइन शॉप, मंदिर खोला है, साथ ही चावल के दाम भी बढ़ा दिए है। उसने बार-बार मंदिरों, हिंदू भजनों और धार्मिक अनुष्ठानों के प्रति अपनी नफरत दिखाई और इस बात पर जोर दिया कि एक मुस्लिम होने के नाते जो दिन में पांच बार नमाज पढ़ता है, इसीलिए वह हिंदू धर्म से जुड़ी हर चीज के खिलाफ थे।