बेंगलुरु पुलिस ने जनता दल (सेक्युलर) के एक पूर्व विधायक की पत्नी द्वारा दर्ज कराई गई धोखाधड़ी की शिकायत के आधार पर केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी के भाई और बहन के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है। हालांकि, अभी तक गोपाल जोशी, उनकी बहन और बेटे ने इन आरोपों पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी। इस मामले में केंद्रीय मंत्री के परिजनों के शामिल होने के कारण यह सुर्खियों में है।
पुलिस सूत्रों ने शुक्रवार को बताया कि प्रह्लाद जोशी के भाई गोपाल जोशी और बहन विजयलक्ष्मी के खिलाफ बसवेश्वर नगर पुलिस ने मामला दर्ज किया है। गोपाल के बेटे अजय जोशी का नाम भी प्राथमिकी में दर्ज किया गया है। यह शिकायत नागथाना के पूर्व विधायक देववंद फूल सिंह चव्हाण की पत्नी सुनीता चव्हाण ने दर्ज कराई है। देववंद 2023 का विधानसभा चुनाव हार गए थे।
सुनीता ने आरोप लगाया कि वह मार्च में उत्तर कर्नाटक के हुब्बल्लि में स्थित गोपाल के आवास पर गई थीं, जहां गोपाल ने उन्हें मई में लोकसभा चुनाव लड़ने के लिए टिकट दिलाने का वादा किया था। बाद में उन्होंने उनके (गोपाल) निर्देश पर विजयलक्ष्मी के बसवेश्वर नगर स्थित आवास पर 25 लाख रुपये भी पहुंचाए।
एफआईआर में खुलासा किया गया कि गोपाल जोशी ने टिकट के लिए पहले पांच करोड़ रुपये की मांग की थी। सुनीता चौहान ने जब अपने पैसे वापस करने के लिए गोपाल जोशी पर दबाव बनाया तो उन्हें हमले की धमकियों और जाति आधारित दुर्व्यवहार का सामना करना पड़ा। 17 अक्तूबर को केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी के परिजनों के खिलाफ एफआईआर दर्ज किया गया और पुलिस इस मामले की जांच शुरू कर दी है।
केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी के परिजनों के खिलाफ एफआईआर दर्ज होने पर कर्नाटक के स्वास्थ्य मंत्री जी परमेश्वर ने प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा, “कुछ आरोपी गिरफ्तार हो गए और वे अभी गोपाल जोशी को ढूंढ रहे हैं। एक बार उनकी गिरफ्तारी हो जाए तो हम उनके बारे में ज्यादा जान पाएंगे। गोपाल जोशी फिलहाल फरार हैं। एक बार जांच पूरी हो जाए, तो हमें मालूम चल जाएगा कि इसमें कौन-कौन शामिल है।”
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