जम्मू-कश्मीर में पिछले कुछ महीनों से लगातार आतंकी हमले हो रहे हैं|आतंकियों और भारतीय सेना के बीच मुठभेड़ की घटनाएं भी सामने आ चुकी हैं|कुछ दिन पहले आतंकियों ने दो जवानों का अपहरण कर लिया था|इसके बाद आतंकियों ने एक बार फिर फायरिंग कर सात प्रवासी नागरिकों की हत्या कर दी है|इस घटना के बाद देशभर में गुस्से की लहर दौड़ गई है|इस घटना के बाद जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री और नेशनल कॉन्फ्रेंस के प्रमुख फारूक अब्दुल्ला ने इस घटना और पाकिस्तान के खिलाफ विरोध जताया है|
गांदरबल जिले के गगनगीर इलाके में रविवार (20 अक्टूबर) को आतंकियों ने कुछ प्रवासियों पर हमला कर दिया| इस हमले में छह मजदूरों की मौके पर ही मौत हो गई|एक डॉक्टर की भी हत्या कर दी गई है|इस आतंकी हमले में कई लोगों के घायल होने की भी खबर है|ये मजदूर सुरंग परियोजना में काम कर रहे थे|काम करने के दौरान हुआ हमला|
घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए फारूक अब्दुल्ला ने कहा, ”यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण घटना है|कई गरीब मजदूर अपने परिवार का भरण-पोषण करने के लिए कुछ पैसे कमाने की उम्मीद में कश्मीर आते हैं। उन गरीबों को आतंकवादियों ने शहीद कर दिया है| इस हमले में कश्मीरी लोगों की सेवा करने वाले एक डॉक्टर की मौत हो गई है।”
हम इस कठिन परिस्थिति से बाहर निकल जायेंगे|हालांकि, मैं पाकिस्तान के शासकों से कहना चाहता हूँ कि यदि वे वास्तव में भारत के साथ अच्छे संबंध चाहते हैं, तो उन्हें ये वास्तविक कृत्य बंद करने होंगे।कश्मीर पाकिस्तान नहीं होगा, नहीं होगा,नहीं होगा|
जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री ने पाकिस्तान को संबोधित करते हुए कहा, ”किसी को भी कश्मीर की गरिमा को ठेस नहीं पहुंचानी चाहिए|कृपया हमारे कश्मीर का भी विकास होने दीजिए|कब तक आक्रमण करते रहोगे? 1947 से आप लोगों ने यह हिंसा शुरू की है,जो आज भी जारी है| क्या निर्दोष लोगों की हत्या के बाद कश्मीर पाकिस्तान बन गया? पिछले 75 वर्षों में अत्यधिक हिंसा से कश्मीर पाकिस्तान नहीं बना तो आज कैसे बनेगा? आप लोग अपने देश को देखो|हम अपने लोगों की देखभाल करने में सक्षम हैं।’ हम अपना भाग्य बदलना चाहते हैं।
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