राज्य में महायुति और महाविकास अघाड़ी में सीटों को लेकर खींचतान लगभग खत्म हो गई है।दिवाली में चुनाव होने से जुबानी बम और वार की लड़ाई होगी|आरोपों का विस्फोट होने वाला है|तो आलोचना का रॉकेट छूटने ही वाला है|कई नेताओं की बोलती बंद हो जाएगी|इन प्रहारों का खामियाजा बहुतों को भुगतना पड़ेगा। न सिर्फ आरोप-प्रत्यारोप रहेंगे, बल्कि सुतली बम भी राज्य की जनता का मनोरंजन करेगा|इस दिवाली के रंगारंग कार्यक्रमों से ज्यादा महंगी पड़ेगी बैठकों में जुबानी हमले|इसीलिए कई पार्टियों ने अपने स्टार प्रचारकों की सूची की घोषणा कर दी है|
भाजपा ने अपने स्टार प्रचारकों की सूची की घोषणा कर दी है|इसमें केंद्रीय नेताओं के साथ-साथ राज्य के नेता भी शामिल हैं|प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ 40 लोगों की एक बड़ी टीम इस अभियान को संभालेगी|
भाजपा ने घोषित की स्टार प्रचारकों की सूची: पिछली लोकसभा में भाजपा ने अबकी बार 400 पार का नारा दिया था, लेकिन भाजपा अभी तक विधानसभा के लिए कोई नारा लेकर नहीं आई है|अभी तक अभियान शुरू नहीं हुआ है| प्रचार का नारियल फूटते ही मुद्दे और नारे जनता के सामने आ जायेंगे|भाजपा के स्टार प्रचारकों की लिस्ट का ऐलान हो गया है| इस लिस्ट में कई अहम नाम शामिल हैं| इस स्टार प्रचारक सूची में कौन-कौन है?
सहयोगी दलों के एक भी नेता शामिल नहीं: लोकसभा चुनाव के दौरान भाजपा के स्टार प्रचारकों की सूची में सहयोगी दलों के कुछ नेताओं के नाम शामिल थे|उन्हें सम्मान का पद दिया गया|स्टार प्रचारकों की लिस्ट में केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले का नाम सबसे ऊपर है|राज्य में मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और अजित पवार का भी नाम था|बेशक, यह लोकसभा के लिए युद्ध का मैदान था।
इस सूची में रामदास अठावले का नाम नहीं होने से चर्चा शुरू हो गई है|वह पहले ही अपनी नाराजगी जाहिर कर चुके हैं कि वह महायुति के लिए प्रचार नहीं करेंगे|उन्होंने विधानसभा चुनाव में कुछ सीटों पर जोर दिया, लेकिन सीट बंटवारे में उनकी पार्टी को जगह नहीं दी गई|इस प्रक्रिया में शामिल न किए जाने पर वह सार्वजनिक तौर पर नाराजगी जता चुके हैं।
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