कर्नाटक के मुडा घोटाले में मुख्यमंत्री सिद्धारमैया की मुश्किलें बढ़ती नजर आ रही हैं। आरटीआई कार्यकर्ता ने दावा किया है कि मुख्यमंत्री ने प्लॉट आवंटन के लिए अपने प्रभाव का इस्तेमाल किया और इन प्लॉट्स की खरीद पर लगने वाली स्टांप ड्यूटी का भुगतान भी नहीं किया। बता दें कि इस मामले में शिकायतकर्ता और आरटीआई कार्यकर्ता स्नेहमयी कृष्णा ने सीएम सिद्धारमैया पर नए आरोप लगाए हैं।
आरटीआई कार्यकर्ता ने सोशल मीडिया पोस्ट में लिखा कि ‘सीएम सिद्धारमैया की पत्नी पार्वती को जो खरीद दस्तावेज दिए गए थे, उनमें मुडा के विशेष तहसीलदार ने स्टांप ड्यूटी का भुगतान किया था। सिद्धारमैया ने प्लॉट आवंटन को प्रभावित करने की कोशिश की, क्या इसके लिए और भी सबूत चाहिए? क्या सिद्धारमैया देश के लोगों को इसका जवाब देंगे?’
स्नेहमयी कृष्णा ने सोशल मीडिया पर साझा एक पोस्ट में लिखा कि सीएम सिद्धारमैया की मुडा घोटाले में संलिप्तता के और सबूत चाहिए? उन्होंने लिखा कि सीएम को इस मुद्दे पर लोगों को जवाब देना चाहिए।
वहीं घोटाले में सीएम पर लगे ताजा आरोपों पर कांग्रेस ने आरटीआई कार्यकर्ता पर पलटवार किया है।कांग्रेस ने आरटीआई कार्यकर्ता स्नेहमयी कृष्णा के खिलाफ ही कार्रवाई की मांग की। कांग्रेस ने आरोप लगाया कि अभी मुडा घोटाले में जांच चल रही है और जांच के बीच में आरटीआई कार्यकर्ता सीएम सिद्धारमैया को बदनाम करने की कोशिश कर रहे हैं।
गौरतलब है कि कुमारस्वामी ने कहा कि एक एसपी स्तर का अधिकारी सीएम से क्या पूछताछ करेगा? उन्होंने कहा कि ये सब ड्रामा चल रहा है। इससे पहले सीएम सिद्धारमैया मुडा घोटाले में लोकायुक्त पुलिस के सामने पेश भी हुए थे। केंद्रीय मंत्री और जेडीएस नेता एचडी कुमारस्वामी ने भी हाल ही में मुडा घोटाले में लोकायुक्त की जांच पर सवाल उठाए थे। कुमारस्वामी ने कहा था लोकायुक्त पुलिस सीएम से पूछताछ कर रही है।
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