उत्तर प्रदेश के संभल में मुगलकालीन मस्जिद के सर्वेक्षण के खिलाफ चल रहा विरोध प्रदर्शन हिंसक हो गया। गुस्साई भीड़ और सुरक्षाकर्मियों के बीच हुई झड़प में तीन लोगों की मौत हो गई| उत्तर प्रदेश के पुलिस महानिदेशक प्रशांत कुमार ने कहा कि इस घटना के बाद शहर में स्थिति नियंत्रण में है| एक स्थानीय अदालत में एक याचिका दायर की गई थी जिसमें दावा किया गया था कि संभल में मुगल काल की शाही जामा मस्जिद की जगह पर पहले एक हरिहर मंदिर था। कोर्ट ने मस्जिद के सर्वेक्षण का आदेश दिया था| इसी के तहत मंगलवार को एक सर्वे किया गया| इसके बाद से इलाके में तनाव बढ़ गया है|
संभल शहर में फिलहाल अघोषित कर्फ्यू जैसा माहौल है। सुरक्षा के लिए व्यापक इंतजाम किए गए हैं। पुलिस और प्रशासन के अधिकारी स्थिति पर कड़ी नजर रखे हुए हैं। लोगों से अफवाहों पर ध्यान न देने और संयम बनाए रखने की अपील की जा रही है। फिलहाल, इलाके में प्रशासन ने फ्लैग मार्च निकाला है। सोमावर की सुबह इलाके में तनावपूर्ण शांति है। हिंसा के बाद अभी तक कोई घटना सामने नहीं आई। पूरे मुरादाबाद रेंज के 30 थानों की पुलिस को संभल के हिंसाग्रस्त इलाके में तैनात किया है।
संभल जिले में हिंसा मामले में दो थानों में मुकदमे दर्ज किए गए हैं। संभल से समाजवादी पार्टी के सांसद जियाउर्रहमान बर्क पर भी मुकदमा दर्ज किया गया है। सांसद के अलावा स्थानीय सपा विधायक इकबाल महमूद के बेटे पर भी मुकदमा दर्ज किया गया है। दोनों पर ही दंगाइयों को भड़काने का आरोप लगा है। इनके साथ 2500 लोगों पर भी केस दर्ज किया गया है।
डीआईजी मुनिराज के अनुसार हिंसा के आरोप में अब तक 21 लोगों को गिरफ्तार किया गया है, जिनमें दो महिलाएं भी शामिल हैं। इसके अलावा, 400 से अधिक अज्ञात और नामजद लोगों पर एफआईआर दर्ज की गई है। उन्होंने सभी नागरिकों से शांति बनाए रखने और अफवाहों से दूर रहने की अपील की। मुरादाबाद मंडल के कमिश्नर अंजनेय कुमार सिंह ने बताया कि, ”नईम, बिलाल और नौमान नाम के तीन लोगों की मौत हो गई है| पुलिस अधीक्षक के गनमैन समेत कुछ पुलिसकर्मी घायल हो गये हैं|
घटना के राजनीतिक निहितार्थ: भाजपा प्रवक्ता नवीन कोहली ने आरोप लगाया कि इंडिया अलायंस राज्य में हिंसा पैदा करने की कोशिश कर रहा है| कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने आरोप लगाया है कि यह हिंसा उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, भाजपा और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की सोची-समझी साजिश है| अखिलेश यादव ने आरोप लगाया कि उपचुनाव में हुई गड़बड़ियों से ध्यान हटाने के लिए संभल में हिंसा सत्तारूढ़ दल, सरकार और प्रशासन द्वारा करायी गयी थी|
बिल्कुल वैसा ही हुआ…: रविवार सुबह मस्जिद के बाहर भारी भीड़ जमा हो गई। सर्वेक्षण टीम ने मस्जिद में अपना काम शुरू किया तो भीड़ ने गोलीबारी शुरू कर दी| प्रदर्शनकारियों ने गाड़ियों में आग लगाने की कोशिश की और पुलिस पर पथराव किया| पुलिस ने उन्हें तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़े और लाठियां चलाईं। भीड़ ने गोलियां चलाईं और कुछ गोलियां पुलिस को लगीं| एहतियात के तौर पर संभल क्षेत्र में 24 घंटे के लिए इंटरनेट सेवा बंद कर दी गई है। साथ ही जिला प्रशासन ने सोमवार को 12वीं तक के सभी छात्रों के लिए छुट्टी की घोषणा कर दी है|
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