इस्कॉन कोलकाता के उपाध्यक्ष राधारमण दास ने दावा किया है कि बांग्लादेश में लोगों को जबरन दूसरे धर्म में परिवर्तित किया जा रहा है और जो लोग ऐसा करने को तैयार नहीं हैं, उन्हें तलवार से मारने की धमकी दी जा रही है।
इंडिया टुडे के साथ एक इंटरव्यू में उन्होंने बांग्लादेश की स्थिति चिंताजनक बताई है। उन्होंने कहा, ‘‘लोगों को धर्म परिवर्तन के लिए धमकाया जा रहा है। हमें बांग्लादेश में हो रहे धर्मांतरण की रिपोर्टें मिली हैं। सरकारी कर्मचारियों को इस्तीफा देने या फिर इस्लाम धर्म अपनाने की धमकी दी जा रही है। कई लोगों ने डर के कारण धर्म परिवर्तन कर लिया है। जो लोग अपना धर्म बदलने से इनकार करते हैं, उन्हें तलवार की नोंक पर धर्म परिवर्तन के लिए मजबूर किया जा रहा है।”
उन्होंने उस लड़की पर टिप्पणी की जो बांग्लादेश में उत्पीड़न के कारण भारत भाग आई थी। उन्होंने कहा कि एक लड़की के बारे में खबर मिली है कि वह नदी तैरकर पार कर भारत भाग गई। बीएसएफ ने उसे पकड़ लिया। उन्हें और उनके परिवार को बांग्लादेश में धमकियां मिली थीं। वह फिलहाल बाल गृह में है। दास ने कहा कि इस्कॉन भारत सरकार से उन्हें नागरिकता देने और उनके परिवार को सुरक्षा प्रदान करने का अनुरोध करेगा।
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राधारमण दास ने हिंदू भिक्षु चिन्मय दास प्रभु की अदालती सुनवाई रोकने के लिए बांग्लादेश सरकार की आलोचना की, जिन्हें देशद्रोह के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। अदालती सुनवाई में अनुचित रूप से देरी की जा रही है। दास ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि बांग्लादेश सरकार वकील मुहैया कराएगी और चिन्मय दास को जल्द ही रिहा कर दिया जाएगा।
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