पिछले सप्ताह के शनिवार (25 जनवरी) को राष्ट्रिय जांच एजेंसी (NIA) ने चेन्नई के अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे से मुहम्मद जकरिया नाम के पाकिस्तानी मूल के शख्स को गिरफ्तार किया। दौरान वह श्रीलंका जाने की फ़िराक में था। कहा गया है की मुहम्मद जकरिया ‘ख़लीफ़ा’ नाम के एक पाकिस्तानी मूल के संघटन से जुड़ा है। खुफिया एजेंसियों को संदेह है कि जकरिया भारत में आतंकवादी संगठन की गतिविधियों का नेतृत्व कर रहा था। हनमकोंडा में रहता था उसकी दो पत्नियाँ और दस बच्चे हैं।
बता दें की, आतंकी ज़करिया पिछले 25 सालों से भारत में रह रहा है, साथ ही तेलंगाना में रॉयल बावर्ची बिरयानी नाम से खाद्य व्यवसाय भी चलाता है। एजेंसियों को उसके पास जमात-ए-इस्लामी पाकिस्तान से जुड़ा साहित्य मिला है।
रिपोर्ट के अनुसार, जकरिया पहले आंध्र प्रदेश के गुंटूर में पांच साल तक रहा और फिर तेलंगाना के वारंगल जिले के हनमकोंडा में चला गया, जहां पिछले 20 सालों से रह रहा है। कहा जाता है कि जकरिया भारत में खलीफा के संचालन को संभाल रहा था। साथ ही वह तेलंगाना और आंध्र प्रदेश में स्लीपर सेल के समन्वय के लिए खुफिया एजेंसियों की निगरानी में था। एजेंसियों के अनुसार, जकरिया अपने आतंकवादी संगठन के नेता के चुनाव में हिस्सा लेने के लिए श्रीलंका के रास्ते पाकिस्तान जाने की कोशिश कर रहा था।
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जांच एजेंसियाँ जकरिया से पूछताछ कर रही हैं और पाकिस्तानी आतंकवादी संगठन के साथ उसके संबंधों की जाँच जारी हैं। उसके घर पर छापेमारी के दौरान सुरक्षा बलों ने कथित तौर पर विस्फोटक, बंदूकें और कई फर्जी आईडी बरामद कीं है। ज़करिया कथित तौर पर वारंगल में इस्लामी धर्मांतरण में भी शामिल है और उसने कई लोगों का धर्मांतरण कराया है। एजेंसियों को संदेह है कि उसका खाद्य व्यवसाय उसके आतंकी अभियानों के लिए एक आवरण है। उसके पास मिठाई और आइसक्रीम बेचने के लिए इस्तेमाल की जाने वाली 16 ऑटो-ट्रॉली गाड़ियाँ थीं। वह एन्क्रिप्टेड संचार चैनलों के माध्यम से अपने पाकिस्तानी संचालकों के साथ सीधे संपर्क में था।