कांग्रेस ने विदेश में काम करने वाले अपने संगठन ओवरसीज कांग्रेस के अध्यक्ष सैम पित्रोदा के उस बयान से किनारा कर दिया है जिसमें उन्होंने कथित रूप से कहा है कि चीन से भारत को कोई खतरा नहीं है इसलिए भारत को उसे दुश्मन मानना बंद कर देना चाहिए। कांग्रेस संचार विभाग के प्रभारी जयराम रमेश ने यहां एक बयान में कहा “ सैम पित्रोदा द्वारा चीन पर व्यक्त किए गए कथित विचार निश्चित रूप से कांग्रेस के विचार नहीं हैं।”
चीन वाले बयान को लेकर सैम पित्रोदा फंसते नजर आ रहे हैं। उनके बयान से कांग्रेस ने खुद को अलग कर लिया है और कहा कि वह उनका निजी बयान है। कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने एक ‘एक्स’ पोस्ट में साफ किया कि पित्रोदा के बयान से कांग्रेस पार्टी का कोई लेना देना नहीं है।
बता दें कि ओवरसीज कांग्रेस के अध्यक्ष सैम पित्रोदा पार्टी नेता राहुल गांधी के करीबी और अत्यंत विश्वसनीय बताए जाते हैं और कहा जाता है कि जब भी राहुल गांधी अमरीका तथा अन्य पश्चिमी देशों के दौरे पर जाते हैं तो सैम पित्रोदा ही विभिन्न विश्वविद्यालय में छात्रों से बातचीत और प्रेस कॉन्फ्रेंस आदि व्यवस्था का आयोजन करते हैं।
उन्होंने कहा “चीन हमारी विदेश नीति, बाह्य सुरक्षा और आर्थिक क्षेत्र की सबसे बड़ी चुनौती बना हुआ है। कांग्रेस पार्टी ने चीन के प्रति मोदी सरकार के दृष्टिकोण पर बार-बार सवाल उठाए हैं। जिसमें 19 जून 2020 को प्रधानमंत्री द्वारा सार्वजनिक रूप से चीन को दी गई क्लीन चिट भी शामिल है।
चीन पर हमारा सबसे हालिया बयान गत 28 जनवरी है। यह भी अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है कि संसद को इस स्थिति पर चर्चा करने और इन चुनौतियों का प्रभावी समाधान निकालने के लिए सामूहिक संकल्प व्यक्त करने का अवसर नहीं दिया जा रहा है।”
गौरतलब है कि सैम पित्रोदा ने एक समाचार एजेंसी से कहा है कि उन्हें समझ नहीं आता कि भारत को चीन से क्या खतरा है। चीन के प्रति भारत को अपने नजरिए में बदलाव कर उसे दुश्मन मानना बंद कर देना चाहिए। वैसे भी चीन से खतरे को अक्सर बढ़ा-चढ़ाकर पेश किया जाता है।
एक साक्षात्कार में सैम पित्रोदा ने चीन को लेकर एक ऐसा बयान दिया कि नया विवाद खड़ा हो गया। उन्होंने दावा करते हुए कहा कि चीन से खतरे को अक्सर बढ़ा-चढ़ाकर पेश किया जाता है। उन्होंने सुझाव देते हुए कहा कि भारत को चीन को दुश्मन मानना बंद करना चाहिए।
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