दिल्ली की नवनिर्वाचित मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता के नेतृत्व में भाजपा की सरकार गठित हो चुकी है। दौरान विपक्ष ने सरकार को घेरने की कोशिश शुरू कर दी है। इससे वर्तमान मुख्यमंत्री और पूर्व मुख्यमंत्री के बीच वाकयुद्ध छिड़ गया। दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री आतिशी ने सरकार को अपने पहले कैबिनेट में महिलाओं को 2,500 रुपये प्रति माह देने की योजना को मंजूरी देने के वादे की याद दिला रहीं थी जिस पर मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने आतिशी पर पलटवार किया है।
आतिशी की आलोचना का जवाब देते हुए मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने कहा, नई सरकार को सलाह न दें और अपने काम पर ध्यान दें। सरकार हमारी है, एजेंडा हमारा है तो हमें ही करने दीजिए ना। हर चीज में कहने की जरूरत नहीं है। जब उनकी सरकार थी उनकी सरकार थी, उन्होंने किया।
“कांग्रेस ने 15 साल और आप ने 13 साल शासन किया।” उन्होंने जो किया उस पर गौर करने के बजाय, वे हमारे दिन-प्रतिदिन के कार्यों पर कैसे सवाल उठा सकते हैं? ये वही लोग हैं जिन्होंने वर्षों तक शासन किया है और उनके शासनकाल में भ्रष्टाचार की कई घटनाएं सामने आई। रेखा गुप्ता ने आलोचना करते हुए कहा, “उन्हें डर है कि जब सीएजी रिपोर्ट पेश होगी तो कई लोगों के रहस्य उजागर हो जाएंगे।”
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आतिशी ने कहा है कि भाजपा ने पहले दिन से ही अपने वादे तोड़ने शुरू कर दिए हैं। भाजपा ने दिल्ली की जनता को धोखा देने का फैसला किया है। यह दुखद है कि एक महिला मुख्यमंत्री ने पदभार ग्रहण करने के पहले ही दिन महिलाओं से किया अपना वादा तोड़ दिया। उन्होंने एक्स पर एक पोस्टर भी साझा किया है। जिसमें महिलाओं को एक तख्ती के साथ दिखाया गया है और लिखा है कि दिल्ली की महिलाएं 2,500 रुपये मासिक भत्ते का इंतजार कर रही हैं।