उन्होंने कहा कि जब हमारी सरकार थी तो सभी धर्मों और सभी जातियों के लोग एक साथ मिलकर रहते थे। सबके लिए बराबर काम किया जाता था। हिंदू हो या मुस्लिम, सभी लोग एक-दूसरे के पर्व-त्योहार में शामिल होते थे। हम लोग मजार पर जाते हैं तो वे लोग भी दीपावली और होली में हमारे घर आते हैं।
विधानसभा में विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने भाजपा विधायक के बयान पर कहा कि इस तरह का बयान कोई कैसे दे सकता है? मुख्यमंत्री कहां हैं? महिला विधायक जमीन से जुड़े मामलों पर सवाल करती हैं तो मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सदन में फटकार लगाते देर नहीं करते हैं, तो क्या भाजपा विधायक के बयान पर मुख्यमंत्री उन्हें फटकार लगाएंगे? भाजपा के रंग में जदयू पूरी तरह आ चुकी है। एक मुसलमान की रक्षा पांच-छह हिंदू करेंगे।
उन्होंने कहा कि जो लोग समाज में जहर फैला रहे हैं, उन्हें रोकने के लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार हिम्मत दिखाएं और सदन में माफी मंगवाएं। उनके बयान पर अपनी चुप्पी तोड़ें, सिर्फ कुर्सी के जुगाड़ में ही मत रहिए।
राजद एमएलसी सुनील कुमार ने भी विधायक हरिभूषण ठाकुर के बयान पर कहा कि भाजपा इस तरह का बयान देकर राज्य में दंगा करवाना चाहती है। दो-तीन दिन के अंदर होली है और ये चाहते हैं कि होली में कई क्षेत्रों में दंगा हो जाए, इसलिए इस तरह का बयान देते रहते हैं। भाजपा का मूल मंत्र यही है। इस तरह का बयान आरएसएस की उपज है।
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