राजस्थान पुलिस मुख्यालय, जयपुर के निर्देशानुसार अजमेर जिला पुलिस ने अवैध रूप से रह रहे बांग्लादेशी नागरिकों के खिलाफ विशेष अभियान तेज कर दिया है। इस अभियान के तहत दरगाह थाना पुलिस और स्पेशल टास्क फोर्स (STF) की संयुक्त कारवाई में एक और बांग्लादेशी नागरिक को गिरफ्तार किया गया है, जिससे अब तक गिरफ्तार किए गए ऐसे नागरिकों की संख्या 18 हो गई है।
दरगाह थाना प्रभारी दिनेश कुमार जीवनानी ने बताया कि पुलिस अधीक्षक वंदिता राणा के निर्देशन में अजमेर शहर में अवैध रूप से रह रहे बांग्लादेशी और रोहिंग्या नागरिकों की पहचान और निष्कासन के लिए विशेष अभियान चलाया जा रहा है। इसके तहत पुलिस ने दरगाह क्षेत्र, जालियान कब्रिस्तान, अंदरकोट, नई सड़क, तारागढ़ पहाड़ियों और बड़े पीर का चिल्ला जैसे स्थानों पर सघन तलाशी अभियान चलाया।
गुप्त सूचना के आधार पर हुई कारवाई:
इस तलाशी अभियान के दौरान पुलिस को सूचना मिली कि दरगाह क्षेत्र और आसपास के इलाकों में कुछ संदिग्ध व्यक्ति रह रहे हैं। इस सूचना पर कार्रवाई करते हुए पुलिस ने 15-20 संदिग्ध खानाबदोश व्यक्तियों को हिरासत में लिया और उनसे पूछताछ की। पूछताछ में मोहम्मद सुरोज उर्फ रिप्पोन (पुत्र मोहम्मद हबीब), निवासी मीरपुर, थाना मीरपुर-2, ढाका, बांग्लादेश को अवैध रूप से भारत में रहने के आरोप में गिरफ्तार किया गया।
पूछताछ में आरोपी ने स्वीकार किया कि वह लगभग 10 वर्ष पूर्व चोरी-छिपे बेनापोल बॉर्डर पार कर भारत में प्रवेश कर गया था। इसके बाद वह विभिन्न स्थानों पर रहने के बाद दरगाह क्षेत्र में खानाबदोश के रूप में बस गया।
जांच में जुटी पुलिस:
दरगाह थाना प्रभारी दिनेश कुमार जीवनानी ने बताया कि पकड़े गए बांग्लादेशी नागरिक से गहन पूछताछ की जा रही है ताकि यह पता लगाया जा सके कि वह किसी संगठित अवैध नेटवर्क का हिस्सा है या नहीं। इसके अलावा अन्य अवैध रूप से रह रहे बांग्लादेशी नागरिकों की भी पहचान के लिए जांच तेज कर दी गई है।.
अवैध प्रवासियों के खिलाफ लगातार जारी रहेगा अभियान:
अजमेर पुलिस ने स्पष्ट किया है कि अवैध रूप से रह रहे बांग्लादेशी और रोहिंग्या नागरिकों के खिलाफ यह अभियान निरंतर जारी रहेगा। यह अभियान पुलिस मुख्यालय के निर्देशानुसार चलाया जा रहा है, ताकि राजस्थान में अवैध घुसपैठियों की पहचान कर उन्हें निष्कासित किया जा सके। पुलिस की इस सख्त कार्रवाई से क्षेत्र में अवैध रूप से रह रहे विदेशी नागरिकों में हड़कंप मच गया है। स्थानीय नागरिकों ने भी इस पहल की सराहना की है और प्रशासन से ऐसे अवैध प्रवासियों के खिलाफ और कड़ी कार्रवाई की मांग की है।
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