पंजाब के मोगा जिले में शिवसेना के जिला अध्यक्ष मंगत राय मंगा की हत्या के मामले में पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। यह गिरफ्तारी एक मुठभेड़ के बाद हुई, जिसमें तीनों आरोपी घायल हो गए। पुलिस की सीआईए मोगा और सीआईए मलोट टीम ने शुक्रवार (15 मार्च) देर रात एक संयुक्त अभियान चलाया। पुलिस को सूचना मिली थी कि हत्या के आरोपी मोगा में छिपे हुए हैं। इसके बाद सीआईए की टीम ने अरुण उर्फ दीपू, अरुण उर्फ सिंघा और राजवीर उर्फ लाडो को उनके ठिकानों पर घेर लिया।
जब पुलिस ने उन्हें पकड़ने की कोशिश की, तो आरोपियों ने गोलीबारी शुरू कर दी। उन्होंने 0.32 बोर की पिस्तौल से दो और 0.30 बोर की पिस्तौल से तीन गोलियां चलाईं। पुलिस ने आत्मरक्षा में जवाबी कार्रवाई की और 9 एमएम पिस्तौल से तीन तथा 0.32 बोर की पिस्तौल से एक गोली चलाई। इस मुठभेड़ में अरुण उर्फ दीपू के बाएं पैर और अरुण उर्फ सिंघा के दाहिने पैर में गोली लगी, जबकि राजवीर उर्फ लाडो भागने की कोशिश में घायल हो गया। तीनों को गिरफ्तार कर मलोट के सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया। पुलिस के अनुसार, इस मुठभेड़ में उनकी टीम को कोई नुकसान नहीं हुआ।
बता दें कि 14 मार्च को मोगा जिले में शिवसेना नेता मंगत राय मंगा की तीन मोटरसाइकिल सवार हमलावरों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। इस हमले में एक 12 वर्षीय बच्चा और एक सैलून मालिक भी घायल हो गए थे। पुलिस ने इस हत्या के मामले में छह आरोपियों—सिकंदर सिंह, वीरेंद्र कुमार, साहिल कुमार, जग्गा सिंह, शंकर और अरुण सिंगला—के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की थी। पुलिस ने बताया कि हत्या की वजह व्यक्तिगत रंजिश हो सकती है, लेकिन जांच जारी है।
यह भी पढ़ें:
मंगत राय की हत्या के बाद मोगा शहर में शिवसेना कार्यकर्ताओं ने विरोध प्रदर्शन किया और न्याय की मांग की। शहर में कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस बल की तैनाती बढ़ा दी गई है। पुलिस अधीक्षक बाल कृष्ण सिंगला ने मीडिया को बताया, “तीन हमलावर बाइक पर आए और शिवसेना नेता मंगत राय मंगा पर गोलियां चलाईं। इसके अलावा, इस घटना में एक 12 वर्षीय बच्चा और एक सैलून मालिक घायल हो गए।” दरम्यान पंजाब पुलिस ने आश्वासन दिया है कि मामले की गहन जांच की जा रही है और जल्द ही अन्य आरोपियों को भी गिरफ्तार कर लिया जाएगा।