बक्सर। बक्सर जिले के चौसा प्रखंड के महादेवा घाट के पास आधा दर्जन लाशों को एक साथ बहते देखकर ग्रामीणों में हड़कंप मच गया है। ग्रामीणों ने इसकी जानकारी पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों को दी।लोगों का कहना है कि कोरोना से मौत की संख्या बढ़ने के कारण लोग अंतिम संस्कार करने की बजाय गंगा में लाशों के प्रवाहित कर रहे हैं। वहीं कुछ ग्रामीणों का कहना है कि ये लाशें यूपी की ओर से बहकर आ रही हैं। बता दें कि कुछ दिन पहले उत्तर प्रदेश के हमीरपुर और कानपुर, यमुना में कई लाशें बहती हुईं देखी गई थी। इधर, डीएम ने कहा कि 30 से 35 लाशों के किनारे लग जाने की जानकारी मिली है। आगे की कार्रवाई की जा रही है.
सड़ी गली अवस्था में हैं शव
बताया जा रहा है कि पिछले 1 सप्ताह के अंदर ही बक्सर के चौसा श्मशान घाट पर दर्जनों शव गंगा किनारे मिले हैं। जल-प्रवाह करने के बाद शव गंगा के किनारे आकर लग गए हैं। गिद्ध और कुत्ते शवों को नोच-नोच कर अपना आहार बना रहे हैं। इससे गंगा घाट किनारे का नजारा और भी वीभत्स हो गया है। ग्रामीणों की मानें तो श्मशान घाट पर मिलने वाली लकड़ी और अंत्येष्टि की अन्य सामग्रियों की कीमत में बेतहाशा वृद्धि के कारण लोग शवों के अंतिम संस्कार का खर्च नहीं उठा पा रहे हैं।
ऐसे में पिछले कुछ महीनों से लोगों में शवों का जल प्रवाह करने की प्रवृत्ति बढ़ी है। वहीं, सीओ ने श्मशान घाट का मुआयना किया और कार्रवाई की बात की है। बक्सर एसडीएम ने पूरी स्थिति को जाना और कहा कि ऐसा प्रतीत होता है कि शव गंगा नदी में कहीं और से आकर किनारे लग गए हैं। इसको डिस्पोजल करने की कार्रवाई की जा रही है।
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