दुनिया की सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी बिटकॉइन ने सोमवार (14 जुलाई) को एक ऐतिहासिक मील का पत्थर पार कर लिया। कॉइनमार्केटकैप के अनुसार, बिटकॉइन की कीमत 2.75 प्रतिशत की तेजी के साथ 1,21,097.94 डॉलर तक पहुंच गई, जो अब तक का सर्वाधिक स्तर है। यह पहली बार है जब बिटकॉइन की कीमत 1.21 लाख डॉलर के आंकड़े से ऊपर गई है। इसके साथ ही बिटकॉइन का मार्केट कैपिटलाइजेशन बढ़कर 2.41 ट्रिलियन डॉलर हो गया है।
बाजार में बिटकॉइन की इस तेज़ी के साथ ट्रेडिंग वॉल्यूम 60 अरब डॉलर से अधिक रहा। 2025 की शुरुआत से अब तक इसमें 29 प्रतिशत से ज़्यादा की बढ़ोतरी हो चुकी है। इस बढ़त का असर अन्य क्रिप्टोकरेंसी पर भी देखने को मिला है। बिटकॉइन के साथ-साथ दूसरी सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी एथेरियम की कीमत भी 3.28 प्रतिशत बढ़कर 3,054.96 डॉलर हो गई है। इसका मार्केट कैप 368.77 अरब डॉलर पहुंच गया है, और ट्रेडिंग वॉल्यूम 21.62 अरब डॉलर दर्ज किया गया।
बाजार विश्लेषकों का मानना है कि बिटकॉइन की यह ऐतिहासिक तेजी केवल खुदरा निवेशकों की वजह से नहीं है, बल्कि इसमें संस्थागत खरीदारों की बड़ी भूमिका रही है। CIFDAQ के संस्थापक और अध्यक्ष हिमांशु मराडिया के अनुसार, “बिटकॉइन की तेजी में संस्थागत मांग एक प्रमुख चालक बनी हुई है और अमेरिकी बिटकॉइन ETF में अब तक 50 अरब डॉलर से अधिक का शुद्ध निवेश हुआ है। अकेले ब्लैकरॉक के पास ही 65 अरब डॉलर से ज़्यादा का बिटकॉइन है।”
मराडिया ने यह भी कहा कि अमेरिकी ट्रम्प प्रशासन के क्रिप्टो समर्थक रुख, रणनीतिक बिटकॉइन रिज़र्व, और ETF अप्रूवल में ढील जैसे कदमों ने बाजार में आशावाद को और बढ़ावा दिया है। विशेषज्ञों के अनुसार, कमजोर अमेरिकी डॉलर, बढ़ती ट्रेजरी मांग, और सॉवरेन क्रेडिट रेटिंग में गिरावट जैसे व्यापक आर्थिक कारक बिटकॉइन को हेज एसेट के रूप में और मजबूत बना रहे हैं। साथ ही नियामक स्पष्टता में सुधार और कॉइनबेस का S&P 500 में शामिल होना इस ओर संकेत करता है कि बिटकॉइन अब मुख्यधारा की संपत्ति के रूप में तेजी से स्थापित हो रहा है।
बाजार विश्लेषकों का मानना है कि मौजूदा ट्रेंड जारी रहा तो आने वाले एक-दो महीनों में बिटकॉइन की कीमत 1,25,000 डॉलर को भी पार कर सकती है। यह तेजी बताती है कि डिजिटल संपत्तियों को अब विविध निवेश पोर्टफोलियो का हिस्सा माना जाने लगा है।
बिटकॉइन की यह नई ऊंचाई क्रिप्टो बाजार के लिए एक ऐतिहासिक मोड़ है। खुदरा और संस्थागत दोनों स्तरों पर निवेश बढ़ रहा है। नियामक स्पष्टता, ETF निवेश और व्यापक आर्थिक समर्थन के चलते बिटकॉइन का भविष्य पहले से कहीं अधिक मजबूत और भरोसेमंद नजर आ रहा है।
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