मोदी सरकार ने देश में निर्यात को बढ़ाने के नई विदेश ट्रेड नीति का ऐलान किया है। सरकार इस नीति के जरिये देश में निर्यात को बढ़ाना चाहती है। माना जा रहा है कि मोदी सरकार नई विदेश ट्रेड नीति की मदद से देश में निर्यात को 2030 तक दो ट्रिलियन डॉलर तक पहुंचाया जा सके। कहा जा रहा है कि इस नीति के जरिये देश का निर्यात तो बढ़ेगा ही साथ ही वाराणसी, मुरादाबाद मिर्जापुर जैसे शहरों को भी इसका लाभ मिलेगा।
टाउन्स ऑफ़ एक्सपोर्ट एक्सीलेंस के तौर पर पहचान: दरअसल, नई विदेश ट्रेड नीति के तहत चार शहरों का चुनाव किया गया है। इसमें मुरादाबाद ,मिर्जापुर,वाराणसी और फरीदाबाद को नए टाउन्स ऑफ़ एक्सपोर्ट एक्सीलेंस के तौर पर पहचान की गई है। माना जा रहा है कि नई पॉलिसी की वजह से इन चार शहरों के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका होगी। फ़रीदाबाद को अपैरल के लिए टाउन ऑफ़ एक्सपोर्ट एक्सीलेंस होगा, जबकि मुरादाबाद को हैंडीक्राफ्ट के लिए टाउन ऑफ़ एक्सपोर्ट एक्सीलेंस बनाया गया है। वहीं, मिर्जापुर को घर में बने कार्पेट के लिए टाउन ऑफ़ एक्सपोर्ट एक्सीलेंस होगा। वाराणसी को हैंडलूम और हैंडीक्राफ्ट के लिए चुना गया है।
देश 39 शहरों को चुना गया: गौरतलब है कि मौजूदा पॉलिसी मार्च 2022 तक लागू थी, दरअसल इस योजना की मार्च 2020 में ही अवधि समाप्त हो गई थी। कोरोना काल में लॉकडाउन के कारण इसे आगे के लिए बढ़ा दिया गया। अब इसी अंतिम तारीख 31 मार्च 2023 कर दी गई है। बता दें कि इस पॉलिसी के तहत जो शहर कम से कम 750 करोड़ रुपये का सामान उत्पादन करते उन्हें टाउन ऑफ़ एक्सपोर्ट एक्सीलेंस बनाया गया है। इन शहरों में निर्यात के लिए उनमें कितनी ग्रोथ है इस आधार पर चुना गया है। इस पॉलिसी के तहत देश 39 शहरों को चुना गया है जिन्हे टाउन ऑफ़ एक्सपोर्ट एक्सीलेंस के तौर पर मान्यता दी गई है।
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