अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) की मुख्य अर्थशास्त्री भारतीय अमेरिकी मूल की गीता गोपीनाथ को आईएमएफ के पहले उप प्रबंध निदेशक के रूप में चुना गया है। आईएमएफ के डिप्टी मैनेजिंग डायरेक्टर जेफरी ओकामोटो अगले साल अपना पद छोड़ देंगे। इसके बाद उनकी जगह गीता गोपीनाथ लेंगी। इस संबंध की जानकारी गुरुवार को आईएमएफ ने दी। गीता गोपीनाथ 21 जनवरी 2022 से अपना पद संभालेंगी।
आईएमएफ की मुख्य अर्थशास्त्री बनने से पहले गीता गोपीनाथ हार्वर्ड यूनिवर्सिटी के अर्थशास्त्र विभाग में अंतरराष्ट्रीय अध्ययन और अर्थशास्त्र की प्रोफेसर थीं। गोपीनाथ को जनवरी 2022 में हार्वर्ड विश्वविद्यालय में अपनी शैक्षणिक कार्य के लिए लौटना था।आईएमएफ की प्रबंध निदेशक क्रिस्टालिना जॉर्जीवा ने कहा कि ,”जेफरी और गीता अच्छे साझेदार हैं।” मुझे यह जानकर दुख हुआ कि जेफरी जा रहे है, लेकिन साथ ही, मुझे खुशी भी है कि गीता हमारी पहली उप प्रबंध निदेशक बनेगी और नई जिम्मेदारी संभालेगी।
जॉर्जीवा ने कहा, “गोपीनाथ आईएमएफ के इतिहास में पहली महिला मुख्य अर्थशास्त्री हैं, जिन्होंने ट्रैक रिकॉर्ड के साथ कई मुद्दों पर विश्लेषणात्मक रूप से सख्ती से काम करके सदस्य देशों और संस्थानों का सम्मान और प्रशंसा हासिल की है।” मैसूर में जन्मी गीता गोपीनाथ हार्वर्ड यूनिवर्सिटी में प्रोफेसर थीं। उन्होंने अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष के लिए भी काम किया है। 1 अक्टूबर 2018 में गीता गोपीनाथ को आईएमएफ के मुख्य अर्थशास्त्री के रूप में चुना गया था। अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) ने गीता गोपीनाथ को विशाल अंतरराष्ट्रीय अनुभव के साथ विश्व स्तरीय अर्थशास्त्री के रूप में सम्मानित किया था।
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