देश की सबसे बड़ी डोमेस्टिक एयरलाइन IndiGo में पिछले कई दिनों से चल रहा भारी परिचालन संकट शनिवार (6 दिसंबर)को भी जारी रहा। शुक्रवार (5 दिसंबर)को जहाँ 1,000 से अधिक उड़ानें रद्द हुईं, वहीं गुरुवार (4 दिसंबर) को 550 से ज्यादा उड़ानें रद्द करनी पड़ीं। शनिवार को भी देशभर के कई हवाई अड्डों पर उड़ानें प्रभावित रहीं। इस बीच दिल्ली एयरपोर्ट ने कहा है कि IndiGo के संचालन धीरे-धीरे सामान्य हो रहे हैं। वहीं यात्रियों की परेशानी अब सुप्रीम कोर्ट की दहलीज तक पहुँच गई है।
इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे ने शनिवार(6 दिसंबर) को एक सलाह जारी करते हुए कहा कि IndiGo की उड़ानें अब क्रमशः बहाल हो रही हैं और यात्रियों को यात्रा से पहले उड़ान की स्थिति अवश्य जांचनी चाहिए। एयरपोर्ट की ओर से एक्स पर पोस्ट किया गया संदेश कहता है, “हमें यह बताते हुए खुशी हो रही है कि IndiGo की उड़ान सेवाएँ धीरे-धीरे बहाल हो रही हैं। कृपया घर से निकलने से पहले अपने बुकिंग और उड़ान की स्थिति अवश्य जांचें।”
शुक्रवार को एयरलाइन ने दिल्ली से सभी घरेलू प्रस्थान उड़ानें आधी रात तक रद्द कर दी थीं, जिससे हजारों यात्रियों को घंटों फँसे रहना पड़ा। IndiGo की लगातार रद्द हो रही उड़ानों से पीड़ित यात्रियों की ओर से सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल की गई है। इसमें मुख्य न्यायाधीश से स्वयं संज्ञान लेने का आग्रह किया गया है। याचिका में कहा गया है कि नागरिक उड्डयन मंत्रालय और DGCA को तत्काल स्थिति रिपोर्ट देने का निर्देश दिया जाए और इस संकट पर सुनवाई के लिए विशेष पीठ बनाई जाए।
DGCA ने स्थिति की वजह IndiGo के गलत आकलन और योजना में चूक को बताया है, विशेषकर नए पायलट ड्यूटी-ऑवर नियमों (FDTL) को लागू करने में। एयरलाइन के CEO पीटर एल्बर्स ने वीडियो संदेश में कहा कि 5 दिसंबर सबसे अधिक प्रभावित दिन था और 1000 से अधिक उड़ानें रद्द करनी पड़ीं। उन्होंने कहा,“हमें हमारे ग्राहकों को हुई असुविधा के लिए खेद है। स्थिति सामान्य होने में अभी कुछ दिन लगेंगे और हमें उम्मीद है कि 10 से 15 दिसंबर के बीच संचालन पूरी तरह बहाल हो जाएगा।”
नागरिक उड्डयन मंत्री राम मोहन नायडू ने कहा कि यह संकट IndiGo के खराब चालक दल प्रबंधन और DGCA के नए नियमों के अनुपालन में कुप्रबंधन का परिणाम है। उन्होंने ANI से कहा, “हमने एक समिति बनाई है जो इस पूरे मामले की जांच करेगी, कहाँ गलती हुई और किसने की। ज़िम्मेदार लोगों पर सख़्त कार्रवाई होगी।” मंत्रालय ने IndiGo को अस्थायी नियामकीय राहत भी प्रदान की है ताकि परिचालन धीरे-धीरे सामान्य हो सके।
हालाँकि दिल्ली में सेवाएँ सुधरती दिख रही हैं, लेकिन शनिवार सुबह भी देशभर में कई उड़ानें रद्द हो गईं। दिल्ली से 86 उड़ानें रद्द, मुंबई से 109, बंगलुरु से 120 से अधिक, हैदराबाद से 69, पुणे 42, तिरुवनंतपुरम 3 फ्लाइट रद्द , अहमदाबाद से रात 12 से सुबह 6 बजे तक 7 आने वाली और 12 उड़ान भरने वाली फ्लाइट रद्द, इसी प्रकार चेन्नई से सुबह 9 बजे तक 29 उड़ानें रद्द हो चुकी है।
IndiGo की यह व्यापक परिचालन विफलता भारत के विमानन क्षेत्र की सबसे बड़ी व्यवधान घटनाओं में से एक बन गई है, जिसने लाखों यात्रियों की योजनाओं को प्रभावित किया है। अब निगाहें DGCA की जांच, मंत्रालय की कार्रवाई और सुप्रीम कोर्ट में होने वाली आगे की कार्यवाही पर टिकी हैं।
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