निफ्टी ईटीएफ का दक्षिण कोरियाई रेलवे स्टेशन पर विज्ञापन, भारत के बढ़ते वैश्विक कद का प्रतीक    

दक्षिण कोरिया के एक रेलवे स्टेशन पर निफ्टी ईटीएफ का विज्ञापन देखकर नेशनल स्टॉक एक्सचेंज ऑफ इंडिया (NSE) के सीईओ आशीष चौहान ने खुशी जाहिर की है।

निफ्टी ईटीएफ का दक्षिण कोरियाई रेलवे स्टेशन पर विज्ञापन, भारत के बढ़ते वैश्विक कद का प्रतीक    

प्रशांत कारुलकर

दक्षिण कोरिया के एक रेलवे स्टेशन पर निफ्टी ईटीएफ का विज्ञापन देखकर नेशनल स्टॉक एक्सचेंज ऑफ इंडिया (NSE) के सीईओ आशीष चौहान ने खुशी जाहिर की है। उन्होंने ट्विटर पर एक तस्वीर साझा करते हुए लिखा, “क्या आप विश्वास कर सकते हैं? निफ्टी ईटीएफ का विज्ञापन दक्षिण कोरियाई रेलवे स्टेशन पर।” इस ट्वीट को 1.68 लाख से ज्यादा व्यूज मिले हैं और कई लोगों ने इस पर सकारात्मक प्रतिक्रियाएं दी हैं। यह पहली बार नहीं है जब भारत के किसी शेयर बाजार इंडेक्स का विज्ञापन विदेश में किया गया है। इससे पहले भी निफ्टी 50 इंडेक्स का विज्ञापन दुबई, लंदन और न्यूयॉर्क जैसे शहरों में किया जा चुका है। लेकिन दक्षिण कोरिया में निफ्टी ईटीएफ का विज्ञापन होना एक महत्वपूर्ण घटना है, क्योंकि यह भारत के बढ़ते वैश्विक कद को दर्शाता है।

निफ्टी ईटीएफ एक ऐसा निवेश वाहन है जो निफ्टी 50 इंडेक्स की कंपनियों के शेयरों में निवेश करता है। निफ्टी 50 भारत का सबसे बड़ा और सबसे महत्वपूर्ण शेयर बाजार इंडेक्स है। पिछले कुछ वर्षों में निफ्टी 50 का प्रदर्शन काफी शानदार रहा है। कोरोना महामारी और यूक्रेन युद्ध जैसे वैश्विक चुनौतियों के बावजूद निफ्टी 50 ने लगातार ऊंचाईयों को छुआ है। निफ्टी ईटीएफ के विज्ञापन से भारत में विदेशी निवेश बढ़ने की उम्मीद है। साथ ही यह विज्ञापन भारत की ब्रांड इमेज को भी मजबूत करेगा।

भारतीय शेयर बाजार ने पिछले कुछ वर्षों में कई चुनौतियों का सामना करने के बावजूद शानदार प्रदर्शन किया है। इन चुनौतियों में कोविड-19 महामारी, वैश्विक स्तर पर आर्थिक अनिश्चितता और रशिया यूक्रेन में युद्ध शामिल हैं। हालांकि, इन चुनौतियों के बावजूद भारतीय बाजार लगातार ऊंचाईयों को छू रहा है। भारतीय बाजार की इस वृद्धि के कई कारण हैं। सबसे पहला कारण यह है कि भारत की अर्थव्यवस्था पिछले कुछ वर्षों में काफी तेजी से बढ़ी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत सरकार ने कई ऐसे कदम उठाए हैं, जिससे देश की अर्थव्यवस्था को मजबूती मिली है। इन कदमों में मेक इन इंडिया, स्टार्टअप इंडिया और डिजिटल इंडिया जैसे कार्यक्रम शामिल हैं।

भारतीय बाजार की वृद्धि का दूसरा कारण यह है कि भारत में मजबूत घरेलू निवेशकों की एक बड़ी ताकत है। भारतीय निवेशक अपने देश के बाजार में भरोसा रखते हैं और वे बाजार में लगातार निवेश कर रहे हैं।

भारतीय बाजार की वृद्धि का तीसरा कारण यह है कि भारत में विदेशी निवेश भी बढ़ रहा है। विदेशी निवेशक भारतीय बाजार की तेजी से वृद्धि को देखते हुए भारत में निवेश करने के लिए उत्साहित हैं।

भारतीय बाजार की वृद्धि के चौथा कारण यह है कि भारत में कई ऐसी कंपनियां हैं जो वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धा कर रही हैं। इन कंपनियों की सफलता से भारतीय बाजार को भी मजबूती मिल रही है।

भारतीय बाजार की वृद्धि के पांचवां कारण यह है कि भारत सरकार ने शेयर बाजार को बढ़ावा देने के लिए कई कदम उठाए हैं। इन कदमों में शेयर बाजार में लिस्टिंग प्रक्रिया को आसान बनाना, म्यूचुअल फंडों को बढ़ावा देना और शेयर बाजार में पारदर्शिता बढ़ाना शामिल है।

भारतीय बाजार की वृद्धि के कारणों पर गौर करने के बाद यह स्पष्ट है कि भारतीय बाजार दूनिया में आज एक उंचाई छू रहा है। भारतीय बाजार में निवेश करने से निवेशकों को अच्छे रिटर्न की उम्मीद है। और यह आनेवाले दिनों में भारतीय अर्थव्यवस्था के बढ़ने का एक बड़ा संकेत है।

 

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