रिपोर्ट: वित्त वर्ष 2025-26 में भारत में कमर्शियल वाहनों की बिक्री में वृद्धि की संभावना!

रिपोर्ट: वित्त वर्ष 2025-26 में भारत में कमर्शियल वाहनों की बिक्री में वृद्धि की संभावना!

Report: Commercial vehicle sales in India likely to increase in FY 2025-26!

भारत में कमर्शियल वाहन (सीवी) इंडस्ट्री की थोक बिक्री में वित्त वर्ष 2025-26 में 3-5 प्रतिशत की वृद्धि होने का अनुमान है। एक हालिया रिपोर्ट के अनुसार, यह वृद्धि इस क्षेत्र में मजबूत रिकवरी का संकेत देती है। रेटिंग एजेंसी ICRF की रिपोर्ट के अनुसार, वित्त वर्ष 2025 में कमर्शियल वाहन सेगमेंट की बिक्री में कोई बड़ी वृद्धि दर्ज नहीं हुई। इसका मुख्य कारण लोकसभा चुनावों के चलते मांग में आई सुस्ती बताया गया है।

ICRF की वरिष्ठ उपाध्यक्ष किंजल शाह के अनुसार, निर्माण और इंफ्रास्ट्रक्चर क्षेत्र में सुधार, ग्रामीण क्षेत्रों से स्थिर मांग और पुराने वाहनों की जगह नए वाहनों की खरीद (रिप्लेसमेंट डिमांड) के कारण वित्त वर्ष 2025 के अंत और 2025-26 के दौरान कमर्शियल वाहन इंडस्ट्री में बिक्री बढ़ सकती है।

रिपोर्ट के अनुसार, घरेलू कमर्शियल वाहन उद्योग के लिए दीर्घकालिक विकास कारक मजबूत बने रहेंगे। हाल के बजट में बुनियादी ढांचे के लिए अधिक फंडिंग, खनन गतिविधियों में निरंतर वृद्धि और सड़क एवं राजमार्ग नेटवर्क में सुधार से इस सेक्टर को फायदा मिलने की उम्मीद है। रिपोर्ट में यह भी कहा गया कि मध्यम एवं भारी कमर्शियल वाहनों (M&HCVs) का बेड़ा पुराना हो चुका है और इनकी औसत उम्र 10 वर्ष के करीब पहुंच गई है। इससे आने वाले समय में नए ट्रकों और अन्य वाहनों की मांग में बढ़ोतरी हो सकती है।

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रिपोर्ट के अनुसार, मध्यम एवं भारी ट्रकों की थोक बिक्री (M&HCVs) वित्त वर्ष 2026 में 3 प्रतिशत या उससे अधिक बढ़ सकती है। जबकि वित्त वर्ष 2025 के दौरान इस सेगमेंट की बिक्री स्थिर रही या मामूली गिरावट देखी गई थी। इसके अलावा, रिपोर्ट में यह भी उल्लेख किया गया कि माल ढुलाई दरों में वृद्धि से कमर्शियल वाहन उद्योग की मांग को और बढ़ावा मिलने की संभावना है। कमर्शियल वाहन उद्योग को वित्त वर्ष 2025 के अंत और वित्त वर्ष 2026 में कई कारकों से मजबूती मिलने की उम्मीद है। बुनियादी ढांचे पर बढ़ते खर्च, खनन और निर्माण गतिविधियों में तेजी, तथा पुराने वाहनों के प्रतिस्थापन की जरूरत इस सेगमेंट को आगे बढ़ाने में मदद करेंगे।

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