विश्व हिंदू परिषद ने सोमवार (27 जनवरी) को दावा किया कि कुछ एयरलाइनों द्वारा प्रयागराज के लिए उड़ानों के किराए में “अत्यधिक वृद्धि” के कारण श्रद्धालुओं को महाकुंभ मेले में आने में “गंभीर असुविधाओं” का सामना करना पड़ रहा है। साथ ही विहिप ने सरकार से इस मुद्दे के समाधान के लिए तत्काल कदम उठाने का आग्रह किया।
विहिप के राष्ट्रीय प्रवक्ता विनोद बंसल ने इस मुद्दे को उठाते हुए कहा कि जहां उत्तर प्रदेश सरकार श्रद्धालुओं की सुरक्षा और सुविधाएं मुहैया कराने का पूरा ध्यान रख रही है। वहीं कई धार्मिक, सामाजिक और परोपकारी संगठन और लोग कुंभ मेले में आने वाले श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए निस्वार्थ सेवा में लगे हुए हैं।
उन्होंने एक बयान में कहा, “कुछ एयरलाइन कंपनियां यात्रियों की बढ़ती संख्या का अनुचित लाभ उठाते हुए हवाई किराए में अत्यधिक वृद्धि कर रही हैं। उन्होंने अपने इकोनॉमी क्लास के किराए में 200 प्रतिशत से 700 प्रतिशत तक की वृद्धि कर दी है, जिसके कारण महाकुंभ में आने वाले और वहां से लौटने वाले श्रद्धालुओं को गंभीर असुविधाओं का सामना करना पड़ रहा है।” बंसल ने बताया कि भारतीय रेलवे ने महाकुंभ में तीर्थयात्रा के लिए आने वाले और अपने घर लौटने वाले यात्रियों के लिए अपनी सेवाओं का विस्तार किया है तथा किराया भी सीमित रखा है।
उन्होंने कहा कि फिर भी श्रद्धालुओं को महाकुंभ में आने में कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है, क्योंकि यात्रियों की बढ़ती संख्या के कारण कई लोगों को रेलवे टिकट उपलब्ध नहीं हो पा रहे हैं और ऐसे लोग कुछ एयरलाइनों द्वारा हवाई किराए में अत्यधिक वृद्धि के कारण हवाई टिकट खरीदने में असमर्थ हैं।
उन्होंने कहा कि यह महाकुंभ में तीर्थयात्रा के लिए आने वाले श्रद्धालुओं का आतिथ्य करने, समर्पण दिखाने तथा उनका सम्मानजनक स्वागत करने का अवसर है, न कि उनसे “अनुचित किराया” वसूलने का। विनोद बंसल ने कहा, “ऐसी स्थिति में एयरलाइन कंपनियों को अपने किराए सीमित करने चाहिए तथा यात्रियों को दी जाने वाली सुविधाओं और सेवाओं के विस्तार पर विशेष ध्यान देना चाहिए।”
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उन्होंने कहा, “यदि एयरलाइन कंपनियां कुंभ देखने और वहां से लौटने वाले यात्रियों के टिकट के मूल्य का ध्यान नहीं रखती हैं तो नागरिक उड्डयन मंत्रालय और अन्य संबंधित विभागों को इस संबंध में तत्काल कदम उठाने चाहिए।” उन्होंने कहा, “हमें उम्मीद है कि सभी संबंधित विभाग और कंपनियां इस पर गंभीरता से विचार करेंगी और अत्यधिक किराया वसूलने के इस अनुचित और अनैतिक कृत्य को तुरंत रोकेंगी।”