बदलापुर के स्कूल में 4 वर्षीय बच्चियों के साथ दुष्कर्म की घटना के बाद जनमत भड़का था, जिसके चलते मंगलवार (20 अगस्त) को आंदोलनकारीयों ने इकठ्ठा होकर आंदोलन छेड दिया था। हालांकि आरोपी को गिरफ्तार कर लिया था, लेकिन आंदोलकों ने फांसी मांग रखते हुए रेलवे ट्रैक जाम कर दिए थे। विरोध करने पर स्कूल परिसर में तोड़फोड़ की गयी। नागरिकों ने करीब 10 घंटे तक रेलवे ट्रैक पर प्रदर्शन किया। आख़िरकार प्रदर्शन कर रहे नागरिकों को तितर-बितर करने के लिए पुलिस को सौम्यबल प्रयोग करना पड़ा।
इसके बाद फिर से ऐसे आंदोलन और प्रकरण न छिड़ पाए इसलिए एतियात बरतें जा रहें है। उपाय के लिए बुधवार (21 अगस्त) के दिन भी बदलापुर में कठोर पुलिस बंदोबस्त रखा गया है। साथ ही बदलापुर रेलवे स्टेशन के बाहर बड़े स्तर पर पुलिस तैनाती की गई है। संतप्त नागरिकों द्वारा दोबारा आंदोलन न छिड़ जाए इस पर ध्यान दिया जा रहा है। बदलापुर में मामले पर शांति का माहौल प्रस्थापित करने के लिए इंटरनेट सेवा भी स्थिगित की गई है। साथ ही अनपेक्षित घटना न घाटे इस हेतु से इलाके में नागरी सुरक्षा अधिनियम की धारा 163 लगाई गई है।
फ़िलहाल बदलापुर रेलवे प्लेटफॉर्म एवं ट्रैक पर आंदोलन करने के लिए कल्याण लोहमार्ग पुलिस चौकी में 1000 आंदोलकों पर मामला दर्ज किया गया है, साथ ही इसी मामलें में 40 लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है। मामले में लोगों की गिरफ्तारियां जारी होने की बात की जा रहीं है। रेलवे रोकने, सरकारी कामों में रुकावट लाने, पुलिस पर पत्थरबाजी करने, हिंसक आंदोलनों में हिस्सा लेने जैसे विविध आरोप कल्याण लोहमार्ग पुलिस द्वारा आंदोलनकरियों पर लगाए गए है।
वहीं बच्चियों के साथ यौन उत्पीड़न मामले में गिरफ्तार आरोपी अक्षय शिंदे को कल्याण न्यायालय में हाजिर किया गया था। जहां विशेष शर्करी वकील अश्विनी भामरे पाटील ने अपना पक्ष रखा। फ़िलहाल न्यायालय द्वारा आरोपी अक्षय शिंदे को 24 अगस्त तक पुलिस कस्टडी में भेजा गया है।
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