झारखंड के पश्चिमी सिंहभूम जिले के चाईबासा अंतर्गत दीघा क्षेत्र में शुक्रवार (8 अगस्त) दोपहर नक्सलियों द्वारा बिछाए गए आईईडी विस्फोट में सीआरपीएफ की कोबरा बटालियन के दो जवान गंभीर रूप से घायल हो गए। सुरक्षा बलों का दस्ता जंगलवर्ती इलाके में नक्सल विरोधी सर्च ऑपरेशन चला रहा था उसी दरम्यान यह घटना हुई। घायल जवानों को तत्काल एयरलिफ्ट कर बेहतर इलाज के लिए रांची ले जाया जा रहा है।
चाईबासा के पुलिस अधीक्षक राकेश रंजन ने घटना की पुष्टि की है। सुरक्षा बल लंबे समय से चाईबासा के पहाड़ी और दुरूह जंगलों में छिपे माओवादी नक्सलियों के खिलाफ सघन अभियान चला रहे हैं। अपनी उपस्थिति और ठिकानों की सुरक्षा के लिए नक्सलियों ने इलाके में जगह-जगह जमीन के नीचे आईईडी बिछा रखे हैं, जो हल्का दबाव पड़ते ही विस्फोट कर जाते हैं। इसी रणनीति के तहत हुए इस ताजा विस्फोट में जवान घायल हुए।
इससे पहले भी चाईबासा जिले में नक्सली हमलों की कई घटनाएं हो चुकी हैं। महज दो दिन पहले करमपदा-रेंगडा रेलमार्ग पर नक्सलियों ने आईईडी लगाया था, जिसमें एक ट्रैकमैन की मौत हो गई थी। जून में सारंडा जंगल में हुए विस्फोट में सीआरपीएफ के सत्यवान कुमार सिंह शहीद हुए थे, जबकि मार्च महीने में तीन अलग-अलग आईईडी धमाकों में एक सब इंस्पेक्टर सहित पांच अन्य सुरक्षाकर्मी घायल हुए थे।
जानकारी के अनुसार, भाकपा (माओवादी) का बड़ा नेता मिसिर बेसरा, अनमोल, असीम मंडल, अजय महतो, सागेन अंगरिया सहित कई शीर्ष नक्सली सरगना कोल्हान और सारंडा क्षेत्र में अपने दस्ते के साथ सक्रिय हैं। इनके खिलाफ सुरक्षाबलों द्वारा निरंतर अभियान चलाया जा रहा है। बीते तीन महीनों में पुलिस और सुरक्षाबलों ने इलाके में नक्सलियों के एक दर्जन से ज्यादा डंप नष्ट किए हैं और बड़ी मात्रा में हथियार एवं विस्फोटक बरामद किए हैं।
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