राजनांदगांव। छत्तीसगढ़ पुलिस ने बड़ा खुलासा किया है। यहां चोरी और लूटपाट की घटनाओं को अंजाम देने वाले आरोपी बंग्लादेशी मुस्लिम हैं ,लेकिन हिन्दू नाम रखने की खास वजह सामने आई है। छत्तीसगढ़ पुलिस ने राजनांदगांव जिले में चोरी के आरोप में आठ लोगों को गिरफ्तार किया और ये अपना नाम बदलकर हिन्दू नाम रखकर राजनांदगांव के अलावा कबीरधाम, बेमेतरा, मुंगेली और धमतरी आदि जिलों में बर्तन बेचने काम करते थे,लेकिन ये लोग इसकी आड़ में सूने मकानों की पहचान कर चोरी और लूटपाट की घटना को अंजाम देते थे।
पुलिस अधीक्षक डी. श्रवण ने बताया कि इस मामले में फरजान (22) पिता मसूद खान, सुमंत खंडोकार (19) पिता अब्दुल अव्वल, मो. मकसूद उर्फ कालू (33) पिता मो. असलम अली, मो. जानी अली (26) पिता मो. रहमत अली, मो. सुमंत खान (20) पिता स्व. मो. सलाम खान, मासूम शेख (28) पिता अमीर शेख, मोहम्मद बादोल उर्फ बादल राय (20) पिता जायेद उल उर्फ रंजीत राय और ज्वेलर्स संचालक विकास सोनी (20) को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने बताया कि इन सब का प्रमुख गोविंदा उर्फ अकरम खान फरार है। पूछताछ में इनका संबंध बांग्लादेश से होने पर पुलिस ने मोबाइल फोन ट्रेस किया है। इसमें यह बात सामने आयी है कि फरार आरोपित गोविंदा का मोबाइल बंगाल जाते ही बंद हो जाता है और तीन से चार दिन बाद फिर बंगाल में चालू होता है। गिरफ्तार आरोपितों से पूछताछ में यह भी पता चला है कि इनके कुछ लोग मध्य प्रदेश के इंदौर और अनूपपुर में भी हैं। गंभीर बात यह है कि आठ में से एक आरोपित मोहम्मद अबू बकर सिद्दीकी उर्फ आकाश यादव ने महासमुंद (छत्तीसगढ़) के तोषगांव में नाम बदलकर आधार कार्ड तक बना लिया है। वह यहां एक विधवा से शादी रचाकर घर जमाई के रूप में रह रहा था। गांव के लोगों को भी उसके बांग्लादेशी या बंगाल से होने की जानकारी नहीं है।