लखनऊ। एटीएस ने आयकर विभाग को पत्र लिखने का फैसला किया है। आयकर विभाग से धर्मांतरण करने वाले गिरोह के लोगों के बैंक खातों को जब्त कर जांच करने को कहेगा। धर्मांतरण मामले में शामिल अभियुक्तों की संपत्तियां ईडी जल्द ही जब्त करने की कार्रवाई कर सकती है।
एटीएस के अधिकारियों ने बताया कि बुधवार को काजी जहांगीर आलम और मुहम्मद उमर गौतम को दोबारा रिमांड पर लेने की अर्जी कोर्ट में दी जाएगी। एटीएस ने उन्हें दो दिन की रिमांड पर लिया था। अब फिर से रिमांड की कोशिश की जाएगी। एटीएस का मानना है कि उनसे पूछताछ में विदेशी फंडिंग के साथ ही अन्य आतंकी नेटवर्क की पड़ताल की जानी है। दूसरी ओर एटीएस गिरफ्तार किए गए तीन अभियुक्तों मुन्ना यादव उर्फ अब्दुल मन्नान, इरफान शेख और राहुल भोला की भी रिमांड पर लेने की तैयारी है।बता दें कि मोहम्मद उमर गौतम के संबंध वर्ष 2015 में फिलीपींस में गिरफ्तार किए गए बिलाल फिलीप से भी हैं। बिलाल आईडीसी से जुड़ा हुआ है। इसके अलावा उमर गौतम पूर्वोत्तर के राज्य असोम की संस्था ‘मारकाजुल मारिफ’ से भी जुड़ा हुआ है। उसे इस संस्था से भी फंड प्राप्त हुआ है। एडीजी कानून-व्यवस्था प्रशांत कुमार ने बताया कि प्रदेश के 27 जिलों के पुलिस कप्तानों को अवैध धर्मांतरण मामले में जांच कराने के लिए पत्र भेजा गया है। इन सभी जिलों में धर्म परिवर्तन कर चुके लोगों का सत्यापन भी कराया जा रहा है।धर्मांतरण गिरोह का सरगना मो. उमर गौतम के कारनामों के राज परत-दर-परत खुल रहे हैं।