पात्रा चाल घोटाले से जुड़े मामले में ईडी ने मुंबई में एक बार फिर से बुधवार को छापेमारी शुरू की। इस मामले में आरोपित व्यक्ति संजय राउत इस समय जेल में बंद है। इसी मामले को लेकर पिछले दिनों संजय राउत की पत्नी वर्षा राउत से भी ईडी ने पूछताछ की थी। बता दें की 60 वर्षीय संजय राउत को ईदी ने 31 जुलाई को गिरफ्तार किया था। इस मामले के बाद राउत के घर पर बीते दिनों छापा मार गया था और उसके बाद करीब 8 घंटे की पूछताछ के बाद उन्हें हिरासत में लिया गया था। ईडी की तरफ से राउत को 4 अगस्त तक के लिए हिरासत में भेजा गया था। इसके बाद उनकी रिमांड बढ़ा दी गई।
पश्चिम मुंबई उपनगर के गोरेगांव स्थित सिद्धार्थ नगर के पात्रा चाल के 47 एकड़ जमीन पर 672 में परिवारों के घरों के पुनर्विकास के लिए साल 2007 में सोसाइटी द्वारा महाराष्ट्र होउसिंग डेवलपमेंट अथॉरिटी और गुरु कंस्ट्रक्शन कंपनी के बीच समझौता हुआ था। इस करार के दौरान कंपनी को साढ़े तीन हजार से ज्यादा फ्लैट बनाकर म्हाडा को देना था।
बाकी की बची जमीन प्राइवेट लिमिटेड डेवलपर्स को बेचनी थी। आरोप हैं कि कंपनी ने म्हाडा को गुमराह कर पात्रा चाल की एफएसआई (फ्लोर स्पेस इंडेक्स) अलग-अलग बिल्डरों को बेच कर 901 करोड़ रुपए जमा किए। फलते बुकिंग के नाम पर 138 करोड़ रुपए वसूले गए। लेकिन 672 लोगों को उनका मकान नहीं मिला। इस तरह से पात्रा चाल घोटाले में 1039.79 करोड़ रुपए का घोटाला हुआ। उसकी बाद ही 2018 में कंस्ट्रक्शन कंपनी के खिलाफ म्हाडा ने एफआईआर दर्ज किया। गुरु कंस्ट्रक्शन कंपनी के निदेशक प्रवीण राउत संजय राउत के करीबी हैं। पात्रा चाल घोटाले में प्रवीण ने 95 करोड़ रुपए कमाए और अपने रिश्तेदारों में बांटेें थे। इसी रकम से राउत ने दादर में फ्लैट खरीदा था।
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