मोदी सरकार ने देश के गरीब वर्ग के बेहतर स्वास्थ्य के लिए आयुष्मान भारत योजना शुरू की। इस योजना के तहत लाभार्थी देश के सरकारी और निजी अस्पतालों में 5 लाख रुपये तक का मुफ्त इलाज करा सकते हैं। हालांकि, यह बात सामने आई है कि कुछ लोग फर्जी आयुष्मान कार्ड बनाकर इस योजना का लाभ उठा रहे हैं। बताया गया है कि फर्जी आयुष्मान कार्ड बनाकर मरीजों के इलाज के नाम पर सरकार से पैसे वसूले जा रहें है। इस मामले में ईडी ने दिल्ली, चंडीगढ़, पंजाब और हिमाचल प्रदेश में 19 जगहों पर छापेमारी की है।
हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा, ऊना, मंडी, शिमला और कुल्लू से यह मामले सामने आए हैं। इसमें बांकेबिहारी अस्पताल, फोर्टिस अस्पताल जैसे अस्पतालों के नाम भी शामिल हैं। इसमें कांगड़ा जिले के नगरोटा विधानसभा क्षेत्र से विधायक आरएस बाली का नाम सामने आया है। कांगड़ा जिला के श्री बालाजी अस्पताल के डाॅ. इस घोटाले में राजेश शर्मा का नाम भी सामने आया है।
इस बीच कई ऐसे मामले सामने आ रहे हैं, जिनमें फर्जी आयुष्मान कार्ड बनाकर सरकारी धन का इस्तेमाल किया जा रहा है। यह बात भी सामने आई है कि आयुष्मान कार्ड किसी और के नाम से इस्तेमाल कर रहा है। इन प्रकरणों में दोषी पर सख्त करवाई होने की अपेक्षा है।
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