प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने शुक्रवार को लालू यादव के 15 ठिकानों पर दिल्ली से लेकर बिहार यूपी तक छापेमारी की। ईडी की यह कार्रवाई लैंड फॉर जॉब के मामले में की जा रही है। बताया जा रहा है कि ये छापेमारी लालू यादव के करीबियों के ठिकानों पर की गई है। इससे पहले सीबीआई ने पटना में राबड़ी देवी और दिल्ली में लालू यादव से पूछताछ कर चुकी है।
खबर है कि दिल्ली में स्थित तेजस्वी यादव के आवास पर भी ईडी ने छापेमारी की। जबकि पटना में आरजेडी नेता अबु दोजाना के आवास पर भी रेड पड़ी। वहीं, इस कार्रवाई में आरजेडी के प्रवक्ता ने मृत्युंजय तिवारी ने कहा 2024 के लोकसभा चुनाव बीजेपी का सफाया हो जाएगा। उन्होंने कहा कि विपक्ष के नेताओं को केंद्र की सरकार जांच एजेंसियों के जरिये डराने और धमकाने का काम कर रही है। कल जब विपक्ष में बैठेगी तो उसके यहां भी सीबीआई और ईडी की कार्रवाई होगी।
इससे पहले सोमवार को सीबीआई ने पटना में राबड़ी देवी से पूछताछ की। इसके ठीक एक बाद यानी मंगलवार को दिल्ली में लालू यादव की बड़ी बेटी मीसा भारती के आवास लालू से पूछताछ की गई। यहां सीबीआई ने कई घंटे तक लालू यादव से कड़ी पूछताछ की। बताया जा रहा जा कि लालू यादव सिंगापुर में गुर्दा बदलवाने के बाद दिल्ली में मीसा भारती के आवास पर रुके हुए हैं।
बता दें कि सीबीआई यह कार्रवाई रेलवे भर्ती में नौकरी के बदले जमीन लेने के आरोप में की जा रही है। लालू यादव पर आरोप है कि जब वे रेलवे मंत्री थे तो उन्होंने रेलवे में नौकरी देने के बदले जमीन ली थी। यह मामला 14 साल पुराना है। 2004 से लेकर 2009 तक लालू यादव रेलवे मंत्री थे। आरोप है कि लालू यादव और उनकी फैमिली को सात उम्मीदवारों ने नौकरी के बदले जमीन दी थी। इनमें से पांच जमीनों की बिक्री की गई थी जबकि दो जमीन को तोहफा के रूप में दिया गया। वहीं दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट ने लालू यादव, राबड़ी देवी और मीसा भारती को 15 मार्च को कोर्ट में पेश होने को कहा है।
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