श्रीरामपुर। अहमदनगर में लव जिहाद की गंभीर घटना हुई है। 14 साल की किशोरी को भगा ले जाने के इस प्रकरण में पुलिस के गुनहगार को बचा रहे होने की चर्चा सरगर्म है, क्योंकि एफआईआर में संदेह जताए आरोपी का नाम पुलिस ने दर्ज ही नहीं किया है। इससे यहां लोगों में भारी आक्रोश व्याप्त है। इतना ही नहीं, आक्रोशितों को इस संबंध में अपनी भावनाओं की अभिव्यक्ति के लिए पुलिस ने मोर्चा निकालने की अनुमति देने से भी इंकार कर दिया। लिहाजा, इस बाबत राजनीतिक दबाव होने का संदेह जताया जा रहा है। किशोरी की मां ने बेलापुर पुलिस स्टेशन दर्ज कराई शिकायत में अपनी 14 वर्षीया बेटी को सिकंदर शेख नामक युवक द्वारा भगा के जाने का आरोप लगाया है।
किशोरी के पारिवारिक सदस्य हंसिया-खुरपी आदि बेचकर उदरनिर्वाह करते हैं। उसके पिता की साल भर पहले ही मौत हो चुकी है। परिवार में मां सहित चार लड़कियों व एक लड़के का समावेश है। इस बदकिस्मत शिकायतकर्ता महिला का कहना है कि मैं हंसिया-खुरपी बेचने घर से बाहर गई थी, दोपहर को घर वापस लौटने के बाद देखा, तो उसकी लड़की वहां मौजूद नहीं थी। सभावित सभी जगह तलाश कर लिया उसे, पर वह कहीं नहीं मिली। सो, मन में धुकधुकी चल रही थी कि कहीं उसके साथ कुछ अनर्गल न हो गया हो। तभी आसपड़ोस के लोगों ने उसे सिकंदर शेख के साथ देखे गए होने की बात बताई। इसी आधार पर उसने इस संबंध में पुलिस के पास शिकायत लिखाई है।
पुलिस इस मामले में कार्रवाई करने में टालमटोल कर रही थी। परंतु, वहां स्थानीय हिंदुत्ववादी संगठनों युवकों भीड़ इकट्ठा हो गई, तो पुलिस को आखिरकार एफआईआर दर्ज करना ही पड़ा। परंतु, बारंबार कहे जाने के बावजूद इस एफआईआर में सिकंदर का नाम शामिल नहीं किया गया। यह घटना जंगल में हवा की तरह पसरने के बाद पुलिस स्टेशन के सामने बड़ी संख्या में लोग जुट गए। घटना से आक्रोशित होकर उन्होंने मोर्चा निकालना चाहा, पर पुलिस ने इसकी अनुमति देने से इंकार कर दिया। श्रीरामपुर में अल्पसंख्यक समुदाय की तादाद ज्यादा होने से कई बार यहां तनाव पैदा करने वाली घटनाएं होती रहती हैं। लव जिहाद की इस ताजा घटना से इलाके में भारी असंतोष की लहर है। स्थानीय संगठनों के नेताओं का कहना है कि यह प्रकरण किसी बड़ी साजिश का हिस्सा है।
हिंदू लड़कियों को योजनाबद्ध तरीके से निशाना बना उन्हें अपने जाल में फंसाने के इस तरह के बढ़ते मामलों पर कुछ स्थानीय नेताओं का वरदहस्त बताया जाता है। अप्रैल 2021 में श्रीरामपुर शहर में हुई इसी तरह की एक घटना के अंतर्गत डावखर बस्ती परिसर में अतीक शेख नामक युवकअहमदनगर तहसील से एक हिंदू मराठा समाज की लड़की को भगा कर ले आया था। तब इस लड़की केअतीक शेख के संग डावखर बस्ती में होने की जानकारी मिलते ही ‘ शिव प्रहार प्रतिष्ठान ‘ ने इस प्रयास को नाकाम कर दिया था। ऐसी घटनाएं यहां लगातार बढ़ रही होने से इसके पीछे सुनियोजित साजिश होने का खुलासा हुआ है।