मुंबई: खोजी कुत्ते और 10 साल की बच्ची ने बैंक डकैती में दो लुटेरों को मार गिराया​ ​!

इस घटना के महज चौबीस घंटे के अंदर पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया|खोजी कुत्ते और 10 साल की बच्ची की मदद से पुलिस ने आरोपी को पकड़ लिया|दोनों आरोपियों की जमानत याचिका डिंडोशी की सत्र अदालत में लंबित है और इस पर 1 जनवरी, 2024 को सुनवाई होने की संभावना है।

मुंबई: खोजी कुत्ते और 10 साल की बच्ची ने बैंक डकैती में दो लुटेरों को मार गिराया​ ​!

Mumbai: Sniffer dog and 10-year-old girl kill two robbers in bank robbery!

दिसंबर 2021 में, नकाब पहने दो हथियारबंद लुटेरों ने भारतीय स्टेट बैंक की दहिसर (पश्चिम) शाखा में डकैती की। हमलावरों ने एक संविदा कर्मी की गोली मारकर हत्या कर दी और बैंक से करीब 2 लाख 7 हजार रुपये लूट लिए| इस घटना के महज चौबीस घंटे के अंदर पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया|खोजी कुत्ते और 10 साल की बच्ची की मदद से पुलिस ने आरोपी को पकड़ लिया|दोनों आरोपियों की जमानत याचिका डिंडोशी की सत्र अदालत में लंबित है और इस पर 1 जनवरी, 2024 को सुनवाई होने की संभावना है।
सटीक घटना क्या है?: ’29 दिसंबर 2021 को दोपहर करीब 3.30 बजे दो लोग दहिसर रेलवे से एक किलोमीटर से भी कम दूरी पर गुरुकुल हाउसिंग सोसाइटी के ग्राउंड फ्लोर पर एसबीआई बैंक में घुस गए। स्टेशन।इसी समय बैंक में ‘ग्राहक मित्र’ के तौर पर काम करने वाले संदेश गोमाने को शक हुआ और उन्होंने लुटेरों को रोकने की कोशिश की| इसी दौरान अगले ही पल एक हमलावर ने गोमाने को गोली मार दी|आरोपी ने बंदूक को काले बैग में छिपा रखा था।
लुटेरों की पहचान धर्मेंद्र (उम्र-21) और उसके चचेरे भाई विकास गुलाबधर यादव (उम्र-19) के रूप में हुई है।दोनों उत्तर प्रदेश के भदोही के रहने वाले हैं और बैंक से करीब 2.7 लाख रुपये लूट चुके हैं|इस मामले की जांच करते हुए पुलिस ने 30 सीसीटीवी कैमरों की फुटेज चेक की|इसमें पुलिस को पता चला कि दोनों लुटेरे दहिसर पश्चिम और पूर्व को जोड़ने वाले फुट ओवरब्रिज की ओर गए थे|
साथ ही, डकैती के बाद भागने से पहले एक भाई ने अपनी चप्पलें बैंक परिसर में ही छोड़ दीं।इन चप्पलों के आधार पर पुलिस खोजी कुत्ते की मदद से उस झुग्गी-झोपड़ी तक पहुंची जहां आरोपी रहता था।वहीं, झुग्गी बस्ती की एक 10 साल की बच्ची ने पुलिस को संदिग्ध के बताए हुलिए के मुताबिक आरोपी धर्मेंद्र के घर का पता बताया|
इसके बाद पुलिस ने दोनों आरोपियों धर्मेंद्र और विकास को गिरफ्तार कर लिया|कैटरिंग सर्विस का काम करने वाले धर्मेंद्र ने पुलिस को बताया कि उसके पिता किसान थे और उन्होंने साढ़े चार लाख रुपये का कर्ज लिया था| कर्ज चुकाने के लिए लूट की वारदात को अंजाम दिया गया था|इस मामले में सुनवाई 1 जनवरी 2024 को होने की संभावना है|
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