देश की औद्योगिक राजधानी मुंबई के भिवंडी में रविवार को एक हैरान कर देने वाली घटना सामने आई। दरअसल बालासाहेब ठाकरे फ्लाईओवर पर ४६ वर्षीय बाइक चालक संजय हजारे के गले में नायलॉन का मांझा फँसने से मौके पर ही मौत हो गई। देखा गया कि मकर संक्रांति के उत्सव पर जोरो शोरो से पतंग उड़ाया जा रहा था। वहीं नायलॉन के मांझों पर प्रतिबंध लगने के बावजूद उसका इस्तेमाल हो रहा था। इस हादसे की खबर मिलते ही पुलिस अधिकारियो ने हजारे को इंदिरा गाँधी मेमोरियल हॉस्पिटल में दाखिला करवाया। हॉस्पिटल पहुँचते ही डॉक्टर ने खून ज्यादा बहने और कई चोटे लगने की वजह से हजारे को मृत घोषित कर दिया। वहीं मामले की देख-रेख के बाद एफआईआर दर्ज किया गया।
राज्यों में ऐसी घटना देखते हुए ठाणे के पुलिस अधिकारी ने ये फैसला पहले ही ले लिया था कि १२ जनवरी से १० फरवरी तक नायलॉन के मांझे पर प्रतिबंध रहेगा। बावजूद इसके बाद भी लोगो ने इसका इस्तेमाल किया। हादसे वाले दिन मृतक संजय हजारे अपने घर उल्लासनगर से भिवंडी जा रहे थे। बालासाहब ठाकरे फ्लाईओवर पर हजारे के गले में नायलॉन माझा फंसने से उनका नियंत्रण बिगड़ा और वो फ्लाईओवर के डिवाइडर से टकरा गई, जिससे मौके पर ही उनकी मौत हो गई।
पुलिस टीम ने मृतक के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सरकारी अस्पताल भेज दिया है। भिवंडी पुलिस ने इस हादसे में मामला दर्ज कर जांच शुरु कर दी है। बता दें कि भिवंडी में संजय वाइन की दुकान में काम करते थे वह हजारे परिवार में एकलौते कमाने वाले थे। वे अपनी पत्नी, दो बच्चे और माँ बाप के साथ रहते थे। इस हादसे के बाद नायलॉन या चाइनीज मांझे के प्रतिबंध पर सवाल खड़ा हो गया है।
ये भी देखें
आतंकी दाऊद ने बदला ठिकाना, नई नवेली दुल्हन के साथ रह रहा इस जगह