मुंबई। मायानगरी में लंबे समय से नशीले पदार्थों के मकड़जाल में है। यहां पर बड़े पैमाने पर तस्करी के जरिए देश के दूसरे हिस्सों से और विदेशों से ड्रग्स की सप्लाई होती है। इसमें एक बड़ा डी कंपनी का भी है। इसमें जिन लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है उसके कुछ हाईप्रोफाइल भी हैं। मुंबई की ही बात करें तो यहां पर ड्रग्स का कारोबार करोड़ों रुपये का है। एंटी नारकोटिक्स सेल के आंकड़ों के मुताबिक 2019 में नवी मुंबई में ही करीब 3 करोड़ की ड्रग्स बरामद की गई थी। इस दौरान 249 लोगों को गिरफ्तार किया गया था। इस दौरान इसके 153 मामले दर्ज किए गए थे। वहीं यदि वर्ष 2020 की बात करें तो इस दौरान इसमें एक बड़ी गिरावट देखने को मिली थी।
एएनआई से बात करते हुए एनसीबी चीफ एसएन प्रधान ने कहा है कि पिछले वर्ष करीब 300 से अधिक छापेमारी हुई थी। फिलहाल इससे जुड़े विदेशी नागरिकों और बालीवुड और अमीर लोगों के कनेक्शन को लेकर जांच चल रही है। महामारी की वजह से देश और विदेशों में जो लाकडाउन लगा उसकी वजह से ड्रग्स की तस्करी या यूं कहें कि इसकी सप्लाई में एक बड़ी गिरावट देखी गई थी। सरकारी आंकड़ों के मुताबिक इस दौरान हुई गिरावट करीब 60 फीसद तक थी। वर्ष 2020 में 86 लोगों को गिरफ्तार किया गया था। इनसे करीब 93 लाख रुपये की ड्रग्स बरामद की गई थी। एएनसी की मानें तो महामारी और लाकडाउन की वजह से स्कूल, कालेज पब और बार के खोलने, पार्टियों के आयोजन पर पूरी तरह से रोक लगी थी। इसलिए भी इसकी सप्लाई और मांग में कमी आई थी। एंटी नारकोटिक्स सेल के इस वर्ष के जनवरी से जुलाई तक के आंकड़ों के मुताबिक करीब 6.38 करोड़ रुपये की ड्रग्स विदेशी लोगों से जब्त की गई है।
नशे में डूबे अमीरजादे पूरी रात
NCB ने मुंबई से गोवा जा रहे क्रूज शिप पर छापा मारकर हाई प्रोफाइल रेव पार्टी का भंडाफोड़ किया है। दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरु समेत कई शहरों में रोजाना इस तरह की कितनी ही रेव पार्टियां होती हैं, जहां खुलेआम अय्यशी का पूरा इंतजाम होता है। शराब, ड्रग्स और नाच-गाने के इस काकटेल को बेहद गुपचुप तरीके से आयोजित किया जाता है, जिसकी किसी को भनक तक नहीं लग पाती है। रेव पार्टियां ज्यादातर भीड़भाड़ से दूर आयोजित की जाती है। अगर रेव पार्टी की बात करें तो इसका मतलब जोश और मौज मस्ती से भरी महफिलों से है। इन पार्टियों में धड़ल्ले से गैरकानूनी ड्रग्स का इस्तेमाल किया जाता है। बेहद गुपचुप तरीके से होने वाली इन पार्टियों में रईसजादों का मजमा लगा होता है। यहां तेज म्यूजिक बजता है। नशे में डूबे अमीरजादे पूरी रात नशा करते हैं और नाचते हैं। इन पार्टियों में जमकर पैसा बहता है। नशीले पदार्थ बेचने वालों के लिए ये पार्टियां किसी लाटरी से कम नहीं होती।