इसी बीच, हिंदूवादी संगठन के नेताओं ने लोगों से अपील की कि वे बड़ी संख्या में जमा हों। इस अपील के बाद लोग धीरे-धीरे इकट्ठा होने लगे और स्थिति तनावपूर्ण होती चली गई। वहीं, मुस्लिम समुदाय के कुछ लोग भी मौके पर पहुंचे, जो अल शम्स मस्जिद के पास इकट्ठा हो गए। दोनों समुदायों के लोगों के बीच कुछ हाथापाई की घटनाएं भी सामने आईं।
पुलिस ने स्थिति को काबू करने के लिए दोनों पक्षों के बीच मध्यस्थता की कोशिश की, लेकिन स्थिति पूरी तरह से नियंत्रण में नहीं आ सकी। पुलिस ने भीड़ को शांत करने और कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए कई प्रयास किए।
संगठनों का आरोप है कि पुलिस ने इस गंभीर मुद्दे पर लापरवाही बरती और समय पर कार्रवाई नहीं की। उनका कहना था कि अगर समय रहते पुलिस ने कदम उठाया होता, तो यह हिंसक घटना टल सकती थी। स्थिति को देखते हुए पुलिस ने सुरक्षा बढ़ा दी है और जांच जारी है।
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