अजनाला थाना हमला: अमृतपाल सिंह के सहयोगियों पर शिकंजा कसने की तैयारी में पंजाब पुलिस!

अजनाला थाना हमला: अमृतपाल सिंह के सहयोगियों पर शिकंजा कसने की तैयारी में पंजाब पुलिस!

Ajnala police station attack: Punjab police preparing to crack down on Amritpal Singh's associates!

पंजाब पुलिस अब अजनाला थाना हमले से जुड़े मामले में निर्णायक कार्रवाई करने की तैयारी में है। कट्टरपंथी संगठन ‘वारिस पंजाब दे’ के प्रमुख अमृतपाल सिंह और उसके सहयोगियों द्वारा किए गए इस हमले ने राज्य की कानून व्यवस्था को चुनौती दी थी। इस घटना के बाद अमृतपाल सिंह को गिरफ्तार कर लिया गया था, जबकि उसके कई करीबी सहयोगियों को राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम (NSA) के तहत असम की डिब्रूगढ़ जेल भेज दिया गया था। अब पुलिस उन सहयोगियों को वापस पंजाब लाकर उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने जा रही है।

सूत्रों के अनुसार सोमवार (17 मार्च)डिब्रूगढ़ जेल में बंद अमृतपाल के साथियों को पंजाब लाने की प्रक्रिया शुरू होगी। सरकार अब इन आरोपियों से NSA हटाकर उनके खिलाफ अन्य कानूनी धाराओं में कार्रवाई करेगी। इससे उनके खिलाफ सुनवाई और सजा दिलाने की प्रक्रिया तेज हो सकेगी। पुलिस का मानना है कि इनकी पंजाब वापसी से मामले की जांच और अभियोजन में तेजी आएगी, जिससे खालिस्तानी समर्थक नेटवर्क को खत्म करने में मदद मिलेगी।

पिछले साल 23 फरवरी 2023 को अमृतपाल सिंह के नेतृत्व में लगभग 200-250 हथियारबंद लोग अमृतसर के अजनाला पुलिस स्टेशन में घुस गए थे। ये लोग अपने साथी लवप्रीत सिंह तूफान को छुड़ाने के लिए हमला कर रहे थे। पुलिस बैरिकेड्स को तोड़ते हुए उन्होंने थाने के अंदर घुसकर पुलिसकर्मियों को घायल कर दिया था। इस हमले के बाद पंजाब पुलिस पर कार्रवाई का भारी दबाव पड़ा और कुछ ही हफ्तों बाद अमृतपाल सिंह को गिरफ्तार कर लिया गया।

अजनाला हमले के बाद पुलिस ने अमृतपाल सिंह और उसके समर्थकों के खिलाफ देशद्रोह और अन्य गंभीर धाराओं में मामला दर्ज किया। अमृतपाल को जेल में डालने के साथ ही उसके नेटवर्क को तोड़ने की कवायद तेज कर दी गई। पंजाब में कट्टरपंथी तत्वों के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान में अब तक कई गिरफ्तारियां हो चुकी हैं, और अवैध गतिविधियों में शामिल लोगों की संपत्तियां भी जब्त की जा रही हैं।

पंजाब पुलिस और सुरक्षा एजेंसियां खालिस्तानी समर्थक गुटों पर पैनी नजर बनाए हुए हैं। अमृतपाल सिंह के संगठन ‘वारिस पंजाब दे’ को लेकर पहले भी कई बार खुफिया एजेंसियों ने अलर्ट जारी किया था। सरकार और पुलिस अब यह सुनिश्चित करना चाहती हैं कि इस तरह के चरमपंथी गुट दोबारा राज्य में पैर न पसार सकें।

अजनाला थाना हमला मामला सिर्फ एक घटना नहीं, बल्कि एक बड़ी साजिश का हिस्सा माना जा रहा है। सुरक्षा एजेंसियों का मानना है कि इस घटना के पीछे विदेश में बैठे खालिस्तानी तत्वों का हाथ हो सकता है। पंजाब पुलिस अब अमृतपाल सिंह के साथियों पर कड़ी कारवाई कर एक स्पष्ट संदेश देना चाहती है कि राज्य में किसी भी तरह की अराजकता बर्दाश्त नहीं की जाएगी।

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