34 C
Mumbai
Wednesday, March 12, 2025
होमक्राईमनामामुंबई: डेढ़ महीने के बच्चे के अपहरण की गुत्थी सुलझी, पुलिस ने...

मुंबई: डेढ़ महीने के बच्चे के अपहरण की गुत्थी सुलझी, पुलिस ने 4 को किया गिरफ्तार!

पुलिस ने इस मामले में चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जिनमें दो महिलाएं और दो पुरुष शामिल हैं।

Google News Follow

Related

मुंबई की वनराई पुलिस ने डेढ़ महीने के बच्चे के अपहरण की गुत्थी सुलझाते हुए एक बड़े गैंग का खुलासा किया। पुलिस ने इस मामले में चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जिनमें दो महिलाएं और दो पुरुष शामिल हैं। आरोपियों को मालवानी इलाके से गिरफ्तार किया गया। मामले में यह जानकारी सामने आई है कि आरोपियों ने बच्चे को 5 लाख रुपये में बेचने की योजना बनाई थी।
दरअसल, 2 मार्च की सुबह करीब 4 बजे, गोरेगांव पूर्व स्थित वनराई पुलिस स्टेशन के क्षेत्र में वेस्टर्न एक्सप्रेस हाईवे पर स्थित बस स्टैंड के पास एक गुजराती परिवार का 2 महीने का बच्चा अचानक गायब हो गया था। परिवार वाले उस समय सो रहे थे और बच्चा उनके पास था। परिवार के सदस्यों ने तुरंत पुलिस स्टेशन को सूचना दी और पुलिस ने इस मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच शुरू कर दी।

डीसीपी स्मिता पाटिल के मार्गदर्शन में पुलिस ने 6 अलग-अलग टीमों का गठन किया और जांच शुरू की। पुलिस ने करीब 11,000 ऑटो की जांच की, जिसमें एक पीला जैकेट पहने ऑटो रिक्शा चालक संदिग्ध पाया गया। पुलिस को जानकारी मिली कि ऑटो चालक घटना स्थल से मालवानी की तरफ जा रहा था। पुलिस ने जब ऑटो चालक से पूछताछ की तो कुछ दिन पहले उसके घर में एक बच्चे के आने की जानकारी मिली।

जांच के दौरान यह चौंकाने वाली जानकारी सामने आई कि आरोपी राजू मोरे की दो पत्नियां हैं। पहली पत्नी मंगल मोरे के पास बच्चा नहीं था और वह कई सालों से बच्चा नहीं होने के कारण परेशान थी। राजू मोरे की दूसरी पत्नी फातिमा शेख ने 5 लाख रुपये में बच्चे को गोद लेने की इच्छा जताई थी। लेकिन, गोद लेने में अधिक पैसे खर्च होने की वजह से आरोपी राजू मोरे ने बच्चा चुराने की योजना बनाई और तीन दिनों तक वनराई के वेस्टर्न एक्सप्रेस हाईवे के पास घटनास्थल की रेकी की।

आरोपी ने ऑटो की मदद से जब परिवार के सदस्य सो रहे थे, तब बच्चे को चुराया और फरार हो गया। आरोपी राजू मोरे और उसकी पत्नी फातिमा शेख ने इस घटना को अंजाम दिया, साथ ही आरोपी के अन्य सहयोगी भी इसमें शामिल थे।

डीसीपी स्मिता पाटिल ने मीडिया से बातचीत करते हुए बताया कि पुलिस ने 11,000 ड्राइवरों के डेटा की जांच की और इसके बाद संदिग्ध चालक की पहचान की। पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया और बच्चे को सुरक्षित बरामद किया।

उन्होंने बताया कि बच्चा चोरी करके उसे बेचने का उद्देश्य था और 5 लाख रुपये का सौदा तय किया गया था। मुख्य आरोपी राजू मोरे और उसकी पत्नी फातिमा शेख के अलावा, अन्य आरोपी भी गिरफ्तार किए गए हैं। डीसीपी ने यह भी बताया कि पुलिस अब और तहकीकात कर रही है और यदि कुछ नई जानकारी सामने आती है तो वह साझा किया जाएगा।

पुलिस ने आरोपियों की आपराधिक पृष्ठभूमि की जांच शुरू कर दी है। आरोपी राजू मोरे और उसकी पत्नी की आपराधिक गतिविधियों को खंगाला जा रहा है।

यह भी पढ़ें-

भारत-नेपाल सीमा: अवैध घुसपैठ के दौरान बांग्लादेशी नागरिक गिरफ्तार, जांच जारी

लेखक से अधिक

कोई जवाब दें

कृपया अपनी टिप्पणी दर्ज करें!
कृपया अपना नाम यहाँ दर्ज करें

The reCAPTCHA verification period has expired. Please reload the page.

हमें फॉलो करें

98,139फैंसलाइक करें
526फॉलोवरफॉलो करें
234,000सब्सक्राइबर्ससब्सक्राइब करें

अन्य लेटेस्ट खबरें