बुर्का में थी आयशा, हटा तो निकला जावेद, 20 दिन से कर रहा था मरीजों का इलाज     

 नागपुर के सरकारी इंदिरा गांधी मेडिकल अस्पताल में एक अजीबो गरीब मामला सामने आया है। यहां पुलिस ने बुर्का पहनकर मरीजों का इलाज करने वाले एक पुरुष को गिरफ्तार किया है। 

बुर्का में थी आयशा, हटा तो निकला जावेद, 20 दिन से कर रहा था मरीजों का इलाज     

 नागपुर के सरकारी इंदिरा गांधी मेडिकल अस्पताल एवं कॉलेज परिसर में एक अजीबो गरीब मामला सामने आया है। यहां पुलिस ने बुर्का पहनकर मरीजों का इलाज करने वाले एक पुरुष को गिरफ्तार किया है। बताया जा रहा है कि आरोपी 20 दिन से अस्पताल में बुर्का में एक डॉक्टर के रूप में मरीजों का इलाज कर रहा था। जब उसकी गतिविधियों पर सुरक्षाकर्मियों को शक हुआ तो उन्होंने उसका बुर्का उठाकर देखा तो वह महिला नहीं बल्कि पुरुष निकला। इसके बाद इस घटना की जानकारी पुलिस को दी गई। फिलहाल आरोपी पुलिस हिरासत में है।

गौरतलब है कि आरोपी युवक का नाम जावेद है। आरोपी कम्प्यूटर मैकेनिक है और वह समलैंगिक है। उसे पुरुषों से दोस्ती करना अच्छा लगता है। जिसकी वजह से वह बुर्का पहनकर मरीजों का इलाज कर रहा था। आरोपी अधिकतर पुरुष मरीजों को ही देखता था। उसने बताया कि बुर्का में होने के कारण उसे कोई पहचान नहीं पा रहा था। लेकिन जावेद की हरकतों पर सुरक्षा कर्मियों को शक हुआ तो उन्होंने उस नजर रखना शुरू कर दिया।
सुरक्षाकर्मियों ने उस पर तीन चार दिन तक उसकी तहकीकात की। इस बीच संतोषी नामक महिला कर्मचारी ने एक दिन उसे रोककर उससे पूछताछ की तो बुर्का पहना जावेद खुद का नाम आयशा सिद्दीकी बताया। जब संतोषी ने उसे बुर्का हटाने को कहा तो, उसने ऐसा करने से इंकार कर दिया और कहा कि यहां बहुत सारे पुरुष है, इसलिए ऐसा नहीं कर सकता। बता दें कि आयशा बना जावेद महिलाओं की आवाज में बात करता था।
इसके बाद संतोषी ने अपने एक सहयोगी के साथ उसे एक कमरे में ले गई और उसे बुर्का निकालने को कहा तो जब जावेद ने बुर्का हटाया तो सब हैरान रह गए। महिला के नाम पर बुर्का के पीछे पुरुष था।  इसके बाद इस घटना की जानकारी पुलिस को दी गई। जहां उसे गिरफ्तार कर लिया गया। इसके बाद जब पुलिस ने उससे पूछताछ की तो उसने बताया कि वह समलैंगिक है और पुरुषों उसे अच्छा लगते है।
 इसी वजह से वह बुर्का में मरीजों का इलाज करता था और उनसे जान पहचान बढ़ाकर उनका फोन नबर ले लेता था। इस दौरान जब पुलिस ने उसके फोन को खंगाला तो उसमें “माय लव” नाम से एक नंबर सेव पाया गया।  जब पुलिस ने उस नंबर पर कॉल लगाया तो उधर से एक पुरुष की आवाज आई। इसके बाद पुलिस भी हंस दी। पूछताछ में  संबंधित व्यक्ति ने बताया कि आयशा बना जावेद महिला की आवाज में बात करता था इसलिए  वह उससे बात करता था।
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