नई दिल्ली। अब ट्विटर के खिलाफ दिल्ली पुलिस ने चाइल्ड पोर्नोग्राफी के मामले में केस दर्ज किया है। ट्विटर लगातार विवादों में घिरता जा रहा है। इससे पहले ट्विटर ने गाजियाबाद मामले में फंसा, इसके बाद भारत के नक्शे से लद्दाख और कश्मीर को अलग दिखाया। इतना ही नहीं भारत के सोशल नेटवर्किंग से जुड़े नए कानून को लागू करने में मनमानी रवैया अपनाया।
दिल्ली पुलिस ने ट्विटर के खिलाफ आईटी एक्ट और पॉक्सो एक्ट के तहत सोशल मीडिया कंपनी के खिलाफ केस दायर किया है। दरअसल राष्ट्रीय बाल संरक्षण आयोग की ओर से ट्विटर पर चाइल्ड पोर्नोग्राफिक कंटेंट होने की शिकायत की गई थी। इसके आधार पर ही दिल्ली पुलिस की ओर से एफआईआर की गई है। अब इस मामले में भी ट्विटर के अधिकारियों से पूछताछ की जा सकती है। वहीं, यूपी पुलिस ने गाजियाबाद में एक मुस्लिम बुजुर्ग की पिटाई के वीडियो को सांप्रदायिक एंगल देने के मामले में ट्विटर के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट का रुख किया है। दरअसल 24 जून को ट्विटर के इंडिया एमडी मनीष माहेश्वरी की अर्जी पर कर्नाटक हाई कोर्ट ने गाजियाबाद पुलिस की ओर से कार्रवाई पर रोक लगा दी थी। इस बीच कर्नाटक हाई कोर्ट ने मंगलवार को एक बार फिर से इस मामले की सुनवाई की और अगली तारीख 5 जुलाई की तय की है। गाजियाबाद पुलिस ने ट्विटर के एमडी से व्यक्तिगत तौर पर थाने में पेश होकर पूछताछ में शामिल होने को कहा है। वहीं माहेश्वरी का कहना है कि वह वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए पूछताछ के लिए तैयार हैं। गाजियाबाद पुलिस की ओर से व्यक्तिगत पेशी के नोटिस के खिलाफ ही माहेश्वरी ने कर्नाटक हाई कोर्ट में अर्जी दाखिल की है। बता दें कि भारत में 26 मई से नए आईटी नियम लागू हुए हैं। इन नियमों को लागू न करने के चलते ट्विटर को मिल रही लीगल इम्युनिटी अब समाप्त हो गई है। इसके बाद यह पहला मौका था, जब गाजियाबाद पुलिस ने ट्विटर के खिलाफ केस दर्ज किया था। बीते कई दिनों से ट्विटर और केंद्र सरकार के बीच टकराव की स्थिति है।