महाराष्ट्र सरकार में मंत्री और एनसीपी नेता नवाब मलिक को मनी लॉन्ड्रिंग केस में राहत मिलती नहीं दिख रही| सोमवार को उन्हें एक और बड़ा झटका लगा| उनकी हिरासत 22 अप्रैल तक बढ़ा दी गई है| भारत से भगोड़े अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में नवाब मलिक जेल में बंद हैं| 62 वर्षीय नेता को प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने इसी साल फरवरी में गिरफ्तार किया था|
इससे पहले नवाब मलिक की एक जमानत याचिका सुप्रीम कोर्ट में लगाई गई थी| मुख्य न्यायाधीश जस्टिस एनवी रमणा की बेंच ने उनकी याचिका स्वीकार कर ली थी, लेकिन सुनवाई की तारीख घोषित नहीं की थी| बता दें कि बॉम्बे हाईकोर्ट फरवरी में ही नवाब मलिक की जमानत याचिका को खारिज कर चुकी है|
मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप में जेल में बंद राकांपा नेता नवाब मलिक की दुर्दशा और बढ़ गई है। नवाब मलिक की न्यायिक हिरासत को और बढ़ा दिया गया है। नवाब मलिक की न्यायिक हिरासत 22 अप्रैल तक बढ़ा दी गई है। इस बीच नवाब मलिक सुप्रीम कोर्ट में दौड़ चुके हैं।
नवाब मलिक पिछले कई दिनों से मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप में जेल में बंद है। बुधवार, 13 अप्रैल को ईडी ने बड़ी कार्रवाई करते हुए नवाब मलिक की संपत्ति को जब्त कर लिया. इस ऑपरेशन में ईडी ने नवाब मलिक की कुल आठ संपत्तियों को जब्त किया था| नवाब मलिक की ईडी ने कुर्ला स्थित गोवावाला कंपाउंड समेत आठ संपत्तियों को जब्त किया है|
ईडी ने नवाब मलिक को कुख्यात गैंगस्टर दाऊद और मनी लॉन्ड्रिंग मामले में गिरफ्तार किया है। विपक्ष के नेता देवेंद्र फडणवीस ने नवाब मलिक पर कुर्ला में खाली जमीन की कम कीमत पर खरीदने का आरोप लगाया था। देवेंद्र फडणवीस ने कहा था कि मलिक की कंपनी ने मुंबई बम धमाकों के साजिशकर्ताओं से जमीन खरीदी थी। इस संबंध में साक्ष्य भी दिए गए।
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