बिहार के नवादा जिले के मुफस्सिल थानाक्षेत्र के कृष्णानगर गांव की दलित बस्ती में बुधवार (18 सितंबर) की शाम दबंगो ने आगजनी की। इस अग्निकांड में कुल 21 घर जलाए जाने की खबर सामने आयी थी। दौरान घटना के बाद पुलिस प्रशासन दमकल के साथ 20 मिनट में हाजिर हुआ लेकिन, आग इतनी भड़क छुई थी की बस्ती के सभी घर धुंआ होगए। इस घटना के बाद सियासती माहौल गर्म है। विरोधी दल आरजेडी और कांग्रेस लगातार भाजपा और जेडीयू पर निशाना साध रहें है। साथ ही मामले में मुख्य आरोपी नंदू पासवान अग्निकांड में शामिल साथियों के साथ गिरफ्तार किया है।
मामले में कुल 15 गिरफ्तार आरोपियों में नंदु पासवान, पन्नु पासवान, शिबु पासवान, श्रवण पासवान, रामनगीना पासवान, नगेश्वर पासवान, मिथुन पासवान, चंद्रदीप पासवान उर्फ भोली, मुनी पासवान, राजकुमार पासवान, अविनाश कुमार उर्फ अभिषेक कुमार, विक्रम कुमार, दीपक कुमार, मुकेश पासवान, पवन कुमार, सोनु पासवान, जमुना चौहान, सोमर चौहान, नुनु प्रसाद, अशीष यादव, महेश कुमार, अखिलेश कुमार, दशस्थ चौहान, बद्री चौहान, यदुनंदन चौहान, सिपाही चौहान शामिल है।
यह भी पढ़ें:
‘अनुच्छेद 370 और 35A’ को लेकर कांग्रेस और नेशनल कॉन्फरेंस पाकिस्तान के साथ ?
हरियाणा में भाजपा का चुनावी घोषणापत्र जारी, केवल 20 वादे लेकीन ‘पलटेंगे हर बाजी’!
दरसल मामला जमीनी विवाद का है, जिसकी केस वर्ष 1995 से कोर्ट की फाइलों में दबी हुई है। मामले में गिरफ्तार नंदू पासवान 2014 में पुलिस से विभाग से रिटायर्ड पुलिस कर्मी है। अग्निकांड की जगह पर नंदू पासवान की 4 डिसमिल रैयती जमीन होने का दावा है। वहीं मुख्यमंत्री नितीश कुमार ने नवादा की घटना को लेकर उच्चस्तरीय बैठक की, जिसमें बिहार के एडीजी (लॉ एंड ऑर्डर) को घटनास्थल पर जाने के आदेश दिए है। नवादा के पुलिस अधीक्षक ने घटनास्थल पर पहुंचकर तत्काल कार्यवाही करते हुए स्थिति को पूरी तरह से नियंत्रित कर लिया है। दौरान किसी भी व्यक्ति के आहत होने की खबर नहीं है। CM ने आदेश दिया है, किसी भी हालत को दोषियों को न छोड़ा जाए।