सुरक्षा दलों ने माओवादी कमांडर जय राम उर्फ चलपथी को 14 माओवादियों समेत छत्तीसगढ़ के गरियाबंद जिले में हुई भीषण मुठभेड़ में मार गिराया। मंगलवार (21 जनवरी) को छत्तीसगढ़ के जिला रिजर्व गार्ड, सीआरपीएफ, कोबरा और ओडिशा के स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (एसओजी) के संयुक्त ऑपरेशन दरम्यान 14 माओवादी मारे गए।
सुरक्षा दलों के अफसर ने कहा की यह देश की सबसे बड़ी मुठभेड़ों में से एक है, क्योंकि प्रतिबंधित माओवादी संगठन के केंद्रीय समिति के सदस्य जय राम उर्फ चलपथी की मौत हुई है। आमतौर पर केंद्रीय समिति के सदस्य या तो स्वाभाविक मौत मरते हैं या शायद ही कभी गिरफ्तार होते हैं। मुठभेड़ में सीसी सदस्य का मारा जाना एक बड़ी उपलब्धि है।
रविवार (19 जनवरी) को ओडिशा के नुआपाड़ा जिले की सीमा से महज पांच किलोमीटर दूरकुलारीघाट के संरक्षित वन में माओवादिओं की मौजूदगी की गुप्त सुचना के आधार पर यह संयुक्त ऑपरेशन चलाया गया था। बता दें की माओवादी कमांडर जय राम उर्फ़ चलपथी 1 करोड़ का नामी नक्सली था।
सुरक्षादलों की करवाई पर केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह का बयान भी आया है। उन्होंने अपने एक्स हैंडल से ट्वीट किया, “नक्सलवाद को एक और बड़ा झटका। हमारे सुरक्षा बलों ने नक्सल मुक्त भारत के निर्माण की दिशा में बड़ी सफलता हासिल की। सीआरपीएफ, एसओजी ओडिशा और छत्तीसगढ़ पुलिस ने ओडिशा-छत्तीसगढ़ सीमा पर एक संयुक्त अभियान में 14 नक्सलियों को ढेर कर दिया। नक्सल मुक्त भारत के हमारे संकल्प और हमारे सुरक्षा बलों के संयुक्त प्रयासों से नक्सलवाद आज अंतिम सांस ले रहा है।”
एक दिन पहले इसी अभियान के दौरान मुठभेड़ में दो महिला माओवादी मारी गईं और एक कोबरा जवान घायल हो गया था। सोमवार देर रात और मंगलवार सुबह छत्तीसगढ़-ओडिशा सीमा पर मैनपुर थाना क्षेत्र के अंतर्गत एक जंगल में फिर से गोलीबारी हुई, जिसमें 12 और माओवादी मारे गए। वहीं हताहत में माओवादियों की संख्या बढ़ सकती है।
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जिला रिजर्व गार्ड (डीआरजी), केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ), छत्तीसगढ़ से कोबरा और ओडिशा से विशेष अभियान समूह (एसओजी) के सुरक्षाकर्मियों की एक संयुक्त टीम इस ऑपेरशन में शामिल थी।