मुंबई। NIA ने मुंबई में प्राकृतिक यूरेनियम जब्त होने के मामले की जांच संभाल ली है। केंद्रीय गृह मंत्रालय के आदेश पर एजेंसी ने यह जांच अपने हाथ में ली है। महाराष्ट्र के आतंकवाद निरोधी दस्ते ने पांच मई की रात को जिगर जयेश पांड्या और अबु ताहिर अफजल चौधरी नाम के दो लोगों को गिरफ्तार कर उनके पास से 7.1 किलोग्राम प्राकृतिक यूरेनियम जब्त किया था। इस यूरेनियम को महाराष्ट्र एटीएस ने वैज्ञानिक विश्लेषण के लिए भाभा परमाणु अनुसंधान केंद्र भेजा था। एनआइए के प्रवक्ता के मुताबिक एटीएस कालाचौकी पुलिस थाने में पहले दर्ज हुए मामले को गृह मंत्रालय के आदेश के मुताबिक एजेंसी ने रविवार को फिर से दर्ज किया।
एजेंसी ने यह मामला परमाणु ऊर्जा अधिनियम, 1962 के तहत दर्ज किया है। जब्त किए गए इस यूरेनियम की कीमत लगभग 21.30 करोड़ रुपये हैं। एटीएस के अनुसार, 14 फरवरी को पुलिस निरीक्षक संतोष भाष्कर को जानकारी मिली कि ठाणे का 27 वर्षीय जिगर जयेश पंड्या कथित तौर पर यूरेनियम को बेचने की कोशिश कर रहा है। इसके बाद भालेकर और अन्य एटीएस टीम पंड्या को पकड़ने में सफल रही। पांड्या ने खुलासा किया कि यह यूरेनियम उन्हें अबू ताहिर अफजल चौधरी ने दिया था। मुंबई के मानखुर्द उपनगर से एपीआई प्रशांत सावंत और अन्य मानखुर्द पहुंचे, यहां से उन्होंने चौधरी को गिरफ्तार किया था।