पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी की अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने लश्कर-ए-तैयबा के एक ‘हाइब्रिड’ आतंकवादी की हत्या पर नाराजगी व्यक्त की है, जिसे तब गिरफ्तार किया गया था जब आतंकवाद विरोधी टीम जम्मू-कश्मीर के शोपियां में एक अभियान चला रही थी, और इस मामले की जांच की मांग की है।
इस ‘हाइब्रिड’ आतंकी की मौत जवानों और आतंकियों के बीच मुठभेड़ के दौरान एक और आतंकी को गोली मारने से हुई है| इसके बाद महबूबा मुफ्ती की प्रतिक्रिया आती है, कश्मीरी पंडितों और मजदूरों की हत्या निंदनीय है, लेकिन आतंकवादियों द्वारा पुलिस हिरासत में आरोपियों की हत्या से पता चलता है कि यह ‘पकड़ो और मारो’ की नीति का हिस्सा था।
महबूबा ने कहा कि इस तरह की नीति सबसे पहले पंजाब में इस्तेमाल की गई थी। ऐसा लगता है कि गुजरात और हिमाचल में निकट चुनाव के कारण कश्मीर घाटी में शांति भंग करने की कोशिश की जा रही है। इसलिए हिंदू-मुस्लिम ध्रुवीकरण से बीजेपी को ज्यादा से ज्यादा फायदा मिल सकता है। उत्तर प्रदेश में मजदूरों की हत्या में कथित संलिप्तता के आरोप में इमरान गनी को शोपिया जिले के हरमन से मंगलवार तड़के गिरफ्तार किया गया।
पुलिस के अनुसार, शोपियां जिले के नौगाम इलाके में पुलिस के द्वारा आतंकवाद विरोधी अभियान चलाने के दौरान आतंकवादियों की गोलीबारी में गनी तड़के मारा गया| कश्मीर जोन पुलिस ने ट्वीट कर बताया कि गिरफ्तार हाइब्रिड आतंकवादी के खुलासे के आधार पर पुलिस और जवानों की ओर से यहां छापेमारी की जा रही है|
यह भी पढ़ें-