पॉपुलर फ्रंट ऑफ़ इंडिया यानी पीएफआई पर मंगलवार को भी कार्रवाई जारी है। बताया जा रहा है कि आठ राज्यों में पीएफआई के 200 से ज्यादा ठिकानों पर छापेमारी की कार्रवाई जारी है। इस दौरान 200 से ज्यादा लोगों को हिरासत में लिया गया है ,जबकि तीस से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार किया गया है। बता दें कि पिछले दिनों एनआईए और ईडी ने पीएफआई के ठिकानों पर कार्रवाई की थी। जिसमें 100 से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार किया गया था। ये गिरफ्तारियां 13 राज्यों में हुई छापेमारी में की गई थी।
मंगलवार की कार्रवाई असम, उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, गुजरात, कर्नाटक और दिल्ली में की जा रही है। इस बार यह कार्रवाई राज्य की पुलिस कर रही है। यह कार्रवाई हिंसक खबरों के बीच की जा रही है। बताया जा रहा है कि पीएफआई कई स्थानों पर हिंसक कार्रवाई की योजना बना रही है। जिसके बाद इस कार्रवाई के दौरान पीएफआई के ठिकानों की तलाशी ली जा रही है। रिपोर्ट में कहा गया है कि यह कार्रवाई सुबह छह बजे शुरू हुई।
जिसमें सात राज्य शामिल में हैं। इस दौरान 200 से ज्यादा ठिकानों पर छापेमारी की गई जिसमें लगभग 200 लोग हिरासत में लिए गए हैं। रिपोर्ट में कहा जा रहा है कि पीएफआई के निशाने पर हिन्दू संगठन, बीजेपी,आरएसएस हैं। और इन पर हमला करने की पीएफआई योजना बना रही है। वहीं यह भी कहा जा रहा है कि पिछली कार्रवाई में गिरफ्तार किये गए लोगों को तिहाड़ जेल में रखने से संगठन के कार्यकर्ता नाराज हैं।
जिसके बाद ये कार्यकर्ता सरकार के खिलाफ हिंसक कार्रवाई की योजना बना रहे हैं। जिसके लिए पीएफआई ने ‘बयाथीस’ का रास्ता अपनाया है। इस शब्द को अरबी में मौत का सौदागर या फिदायीन भी कहते हैं। खबरों में कहा गया है कि इस कार्रवाई में असम से सात पीएफआई नेता गिरफ्तार किये गए हैं। जबकि कर्नाटक से 45 सदस्यों को हिरासत में लिया गया है। बताया गया है कि हिरासत में लिए गए और गिरफ्तार किये गए नेताओं ने एनआईए की कार्रवाई में बाधा डाला था। इतना ही नहीं विरोध प्रदर्शन में स्थानीय स्तर पर माहौल को ख़राब करने की कोशिश की थी।
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