पश्चिमी उत्तर प्रदेश के शामली जिले में गुरुवार (23 अक्तूबर) देर रात पुलिस और बदमाशों के बीच हुई मुठभेड़ में कुख्यात अपराधी फैसल मारा गया। फैसल, संजीव जीवा गैंग का शार्प शूटरथा, जिस पर एक लाख रुपये का इनाम घोषित था। पुलिस के अनुसार फैसल पर लूट, हत्या और रंगदारी जैसे करीब 17 से अधिक गंभीर अपराध दर्ज थे। मुठभेड़ के दौरान SOG का एक सिपाही भी गोली लगने से घायल हुआ है, जिसे इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया।
शामली के एसपी एनपी सिंह ने बताया कि गुरुवार शाम करीब 6:30 बजे कैराना कोतवाली क्षेत्र के गांव बरनावी निवासी जीतराम मेरठ-करनाल हाईवे से लौट रहे थे। गांव वेदखेड़ी के पास बाइक सवार दो बदमाशों ने उन्हें रोककर उनकी बाइक, तीन हजार रुपये नकद और मोबाइल लूट लिया। पीड़ित की सूचना पर पुलिस ने तुरंत एसओजी, सर्विलांस टीम और स्थानीय थाना पुलिस को सक्रिय कर दिया।
रात लगभग 10 बजे ऊन-चौसाना मार्ग पर गांव भोगी माजरा के पास पुलिस वाहन चेकिंग कर रही थी, तभी दो संदिग्ध बाइक सवार दिखाई दिए। पुलिस के रुकने के इशारे पर बदमाशों ने फायरिंग शुरू कर दी। जवाबी कार्रवाई में एक बदमाश गोली लगने से घायल हुआ जबकि दूसरा अंधेरे का फायदा उठाकर भाग निकला। घायल बदमाश और सिपाही दीपक को अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने बदमाश को मृत घोषित कर दिया।
मारे गए बदमाश की पहचान फैसल, निवासी खालापार, मुजफ्फरनगर के रूप में हुई। वह मूल रूप से मेरठ के लिसाड़ी गेट इलाके का रहने वाला था और पिछले कुछ समय से मुजफ्फरनगर में रह रहा था। पुलिस के अनुसार, फैसल पर एक लाख रुपये का इनाम था और वह संजीव जीवा के कुख्यात गिरोह से जुड़ा हुआ था। एसपी एनपी सिंह ने बताया कि फैसल पर लूट, हत्या, रंगदारी और अवैध हथियार रखने के मामलों में दो दर्जन से अधिक मुकदमे दर्ज हैं। वह मंगलौर क्षेत्र में एक हत्या और महिलाओं से कुंडल लूट की वारदात में भी वांछित था।
पुलिस ने बताया कि फैसल पहले संजीव जीवा गैंग में सक्रिय था, लेकिन जीवा की हत्या के बाद वह शाहरुख पठान के लिए काम करने लगा था। कुछ समय पहले मुजफ्फरनगर पुलिस मुठभेड़ में शाहरुख पठान भी मारा गया था। मौके से पुलिस ने दो बाइक, दो पिस्टल और नौ जिंदा कारतूस बरामद किए हैं।
पुलिस अब फरार बदमाश की तलाश में लगातार दबिश दे रही है। मृतक फैसल के शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया है। इस एनकाउंटर के बाद शामली और मुजफ्फरनगर जिले में पुलिस अलर्ट मोड पर आ गई है।
पुलिस सूत्रों के अनुसार, फैसल संजीव जीवा का भरोसेमंद शूटर था। जीवा का नाम पश्चिमी यूपी के सबसे खतरनाक अपराधियों में गिना जाता था और वह कई हाई-प्रोफाइल हत्याओं का आरोपी रहा। जीवा के मारे जाने के बाद उसके नेटवर्क को शाहरुख पठान ने संभाला, लेकिन उसके मारे जाने के बाद गैंग बिखर गया है। इसके बावजूद फैसल जैसे अपराधी अब भी सक्रिय थे और हालिया लूट व गोलीकांडों में उनके शामिल होने की आशंका है।
शामली में हुई यह मुठभेड़ पुलिस के लिए बड़ी सफलता मानी जा रही है,साथ ही पश्चिमी उत्तर प्रदेश में फैले पुराने गैंग नेटवर्क पर एक और बड़ा झटका भी है।
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