ऑस्ट्रेलिया के सिडनी स्थित बैंक्सटाउन अस्पताल में दो मुस्लिम नर्सों के सनसनीखेज दावे भरे वीडिओ के बाद भारी हंगामा मच गया है। इस मुस्लिम नर्स ने अस्पताल में इलाज के लिए आए यहूदी और इजरायली मरीजों की हत्या करने का दावा किया है। एक वीडियो चैट के दौरान नर्स ने स्वीकार किया कि उसने कई यहूदी मरीजों को ‘जहन्नुम’ भेजा था। इस घटना से ऑस्ट्रेलिया में हलचल मच गई है और प्रधानमंत्री एंथनी अल्बानीज़ ने इस पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की है।
जिन नर्सों ने यह सनसनीखेज दावा किया है उनमें एक पुरुष और एक महिला हैं। उसका नाम मोहम्मद रशद नादिर है और महिला नर्स का नाम सारा अबू है। मोहम्मद रशद नादिर मूल रूप से अफगानिस्तान से हैं, जबकि सारा अबू ऑस्ट्रेलिया में शरणार्थी हैं, जिन्होंने चार साल पहले नागरिकता प्राप्त की थी।
दोनों ने वीडियो चैट के जरिए एक इजराइली व्यक्ति से बातचीत कर रहे थे। बातचीत के दौरान दोनों ने दावा किया कि अगर यहूदी लोगों और इजरायली नागरिकों को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया तो वे उन्हें मार देंगे। उन्होंने कहा कि यहूदी उनके दुश्मन हैं और यहूदियों को ‘जहन्नम’ में जाना चाहिए।
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नर्स के इस दावे से पूरे देश में हलचल मच गई है। ऑस्ट्रेलियाई पुलिस और न्यू साउथ वेल्स स्वास्थ्य विभाग ने कहा है कि वे नर्स के दावे की जांच कर रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग ने सख्त कार्रवाई करते हुए दोनों को नौकरी से बर्खास्त कर दिया है। प्रधानमंत्री एंथनी अल्बानीज़ ने इस पर प्रतिक्रिया व्यक्त की। उन्होंने कहा, “मैं इस मामले से स्तब्ध हूं।” अस्पताल की नर्सें दूसरे धर्म के मरीजों के बारे में ऐसा कैसे सोच सकती हैं, धार्मिक घृणा के कारण वे उनकी हत्या कैसे कर सकती हैं?