अमृतपाल को गिरफ्तार नहीं किये जाने के बाद हरियाणा चंडीगढ़ हाई कोर्ट ने कठोर टिप्पणी की ही है। मंगलवार को पंजाब पुलिस के हाथ से अमृतपाल के निकल जाने पर चंडीगढ़ हाई कोर्ट ने सवाल खड़ा किया। कोर्ट ने सवाल पूछा कि आखिर 80 हजार पंजाब पुलिस क्या कर रही थी कि खालिस्तानी समर्थक अमृतपाल सिंह भागने में कामयाब हो गया। यह खुफिया एजेंसियों की नाकामी है।
इसके जवाब में पंजाब पुलिस ने कहा कि अमृतपाल सिंह को गिरफ्तार करने के लिए घेराबंदी और नाज़बंदी कि गई। इसके अलावा उसके पांच समर्थकों को गिरफ्तार किया जा चूका है और उन पर रासुका लगाया गया है। इतना अमृतपाल सिंह के खिलाफ एनएसए लगाया गया है। इस दौरान अदालत ने पूछा कि जब बड़ी संख्या में उसके समर्थकों को गिरफ्तार किया गया है , तो अमृत पाल कैसे भागने में कामयाब रहा। जिसका जवाब देते हुए पंजाब पुलिस ने कोर्ट को बताया कि यह मामला बहुत ही संवेदनशील है।इसलिए पुलिस बहुत ही संभलकर कार्रवाई कर रही है।
बता दें कि पिछले तीन दिनों से अमृतपाल को पकड़ने के लिए लगातार पुलिस दबिश दे रही है,लेकिन अभी अमृतपाल पुलिस की चंगुल में नहीं आया है। वहीं कहा जा रहा है कि अमृतपाल सिंह भेष बदलकर भाग गया है। बताते चलें कि देशविरोधी गतिविधियों में शामिल अमृतपाल को पकड़ने के लिए पुलिस लगातार छापेमारी कर रही है। लेकिन अभी तक वह हाथ नहीं आया है। वहीं, पंजाब सीएम भगवंत मान ने कहा है कि पंजाब की शांति को भंग करने वालों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा।
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