आर्यन खान का ही मौलिक अधिकार क्यों?   

आर्यन खान का ही मौलिक अधिकार क्यों?   

FILE PHOTO

शाहरुख खान का बेटा आर्यन खान ड्रग्स लेने और रखने के मामले में जेल में बंद है। आज यानी मंगलवार को ईद है। मीडिया रिपोर्ट में कहा जा रहा है कि शाहरुख़ खान  के बंगला मन्नत में ईद के दिन सन्नाटा पसरा हुआ। उनका बेटा जेल में है तो वे कैसे ईद माना सकते हैं। यह कोई नई बात नहीं है, लेकिन एक सेलिब्रेटिज का बेटा होने से यह खबर मीडिया के लिए बहुत बड़ी और खास है। सोचिये क्या एक आम व्यक्ति का बेटा जब जेल बंद होता है तो उसके यहां क्या पकवान  बनते है।

क्या उसके मां बाप खुश होते है, क्या कोई त्यौहार मनाया जाता है ? नहीं। छोड़िये आम व्यक्ति के बेटे की बात , इसी मामले में लगभग आर्यन खान के साथ सात लोगों की गिरफ्तारी हुई है, क्या  सभी की बातें मीडिया में आती हैं। नहीं  अरबाज़ मर्चेंट और मुनमुन धामेचा का कभी कभार नाम आ जाता है लेकिन अन्य का तो पता ही नहीं चला वे लोग कौन हैं  कैसे क्या उनके बाप 4500 मनीआर्डर  पोहा , वडापाव आदि खाने के लिए भेजा नहीं। लेकिन, इस बात से शिवसेना नेता किशोर तिवारी और नवाब मलिक को क्या लेना देना, वे तो राजनीति रोटियां सेंक रहे हैं। क्या केवल आर्यन खान का ही मौलिक अधिकार हनन हुआ है किशोर तिवारी! उन बाकियों का क्या जिसकी कोई नहीं ले रहा खोज खबर। क्यों ,क्या इस लिए आर्यन का नाम लिया जा रहा है कि वह शाहरुख़ का बेटा है। बाकी किसी सेलिबर्टिज का बेटा या बेटी नहीं होने से उन्हें तवज्जो नहीं मिल रही है।
हां, ऐसा ही है। सरकार में राज्य कैबिनेट मंत्री का दर्जा प्राप्त किशोर तिवारी ने आर्यन खान के खिलाफ एनसीबी की कार्रवाई को लेकर सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की है।  उन्होंने आर्यन खान पर कार्रवाई और उनकी कस्टडी को मानवाधिकार का उल्लंघन करार दिया है। साथ ही उन्होंने कहा है कि इस पूरे मामले से  बॉलीवुड को बदनाम करने की साज़िश की जा रही हैं। इसके अलावा किशोर तिवारी ने मांग की है कि एनसीबी द्वारा पिछले दो साल से बॉलीवुड के मॉडल्स और सेलेब्रिटी पर की गई कार्रवाई की न्यायिक जांच की जाए। आर्यन खान काउंसलिंग के दौरान अपनी गलती को कबूला है।
उसे अपनी गलती का पछतावा है। आर्यन खान ने कहा है कि उससे गलती हुई है। ऐसी गलती वो दोबारा नहीं करेगा  उसे सुधरने का मौका दिया जाए। वो अपनी जिंदगी में अच्छा काम करना चाहते है। ऐसा काम जिससे देश को गर्व होगा। आर्यन खान ने आश्वासन दिया कि वह गरीबों के कल्याण के लिए काम करेगा। ऐसा कुछ भी नहीं करेगा , जिससे भविष्य में उसके नाम पर कलंक लगे। क्या यह तुष्टीकरण है? मुस्लिम होने से सभी राजनीतिक दल NCB पर टूट पड़ें है। सबका कहना है कि खान सरनेम होने की वजह से आर्यन खान को पकड़ा गया है। भला हो इस देश का ऐसे लोगों से थोड़े समय के लिए छुटकारा मिला है।
नहीं तो ये लोग इस देश को मुस्लिम सरपरस्ती में बेचकर खा जाएंगे और हिन्दू खुद को ‘ढोंगी हिन्दुओं ‘के हाथों ठगा महसूस करेगा। अब वे अयोध्या जा रहे हैं,कभी यह जगह ‘छूत’ थी। कोई नाम तक नहीं लेना चाहता था अयोध्या का। अब हर रैली वहीं से शुरू करना चाहते हैं।

Exit mobile version