नौसेना के मुताबिक इस बंदरगाह यात्रा का उद्देश्य भारत और फिजी के बीच गहरे ऐतिहासिक, सांस्कृतिक एवं जन-से-जन संबंधों को और प्रगाढ़ करना है। विशेषज्ञों का भी मानना है कि फिजी की राजधानी सुवा में भारतीय नौसैनिक पोत के आगमन से दोनों देशों की मित्रता और सहयोग के रिश्ते और प्रगाढ़ होंगे।
भारतीय नौसेना का आईएनएस कदमत स्वदेशी रूप से डिजाइन एवं निर्मित एंटी-सबमरीन वॉरफेयर कार्वेट है। फिजी की इस बंदरगाह यात्रा का उद्देश्य भारत की इस प्रतिबद्धता को दोहराना है कि वह मित्र देशों के साथ समुद्री सहयोग और द्विपक्षीय रिश्तों को और सुदृढ़ करेगा।
जहाज का दल इस दौरान स्थानीय लोगों से जुड़ने के लिए सामुदायिक कार्यक्रमों, खेलकूद और सांस्कृतिक आदान-प्रदान में भी सक्रिय रूप से भाग लेगा। इन गतिविधियों से भारत और फिजी के बीच मित्रता और सद्भावना के रिश्ते और गहरे होंगे।
गौरतलब है कि जहां एक ओर आईएनएस कदमत फिजी पहुंचा है, वहीं दूसरी तरफ भारतीय नौसेना का नवीनतम डाइविंग सपोर्ट वेसल आईएनएस निस्तार अपनी पहली विदेशी यात्रा के तहत सिंगापुर के चांगी नेवल बेस पर पहुंच चुका है। आईएनएस निस्तार साउथ चाइना सी में होने वाले सैन्य अभ्यास में शामिल हो रहा है। यह समुद्री जहाज भी स्वदेशी रूप से डिजाइन और निर्मित है।
सिंगापुर के चांगी नेवल बेस पर मौजूद यह भारतीय नौसैनिक पोत यहां बहुराष्ट्रीय सैन्य अभ्यास ‘पैसिफिक रीच 2025 (एक्सपीआर-25)’ में हिस्सा ले रहा है। यह सैन्य अभ्यास सोमवार 15 सितंबर को शुरू हो गया है।
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